Panch Prayag of Uttarakhand – उत्तराखण्ड के पञ्च प्रयाग की जानकारी
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Panch Prayag of Uttarakhand – उत्तराखण्ड के पञ्च प्रयाग की जानकारी

जब आप हरिद्वार या ऋषिकेश से बद्रीनाथ यात्रा वाले मार्ग पर आगे बढोगे तो बद्रीनाथ पहुचने से पहले आपका सामना इन पञ्च प्रयाग से हो जायेगा क्यूंकि Panch Prayag बद्रीनाथ यात्रा वाले मार्ग पर ही स्थित है | अब पञ्च प्रयाग को और भी अच्छे से समझते है देखिये उत्तराखंड की पवित्र नदियाँ अलकनन्दा , भागीरथी , मन्दाकिनी , पिंडर , नंदाकिनी और विष्णुगंगा या धौलीगंगा है और बद्रीनाथ से अलकनंदा नदी निकलती और आगे बढ़ती जाती है और बाकी की नदियाँ एक एक करके इस अलकनन्दा नदी में मिलती जाती है और जिस स्थल पर नदिया मिलती है वही प्रयाग कहलाता है |

भारत माता मन्दिर हरिद्वार जो है भारत के महापुरुषों को समर्पित

भारत माता मन्दिर हरिद्वार जो है भारत के महापुरुषों को समर्पित

Bharat Mata Mandir Haridwar की यह पोस्ट आज देवभूमि हरिद्वार के एक अनोखे मन्दिर के बारे में है जिसका दूसरा नाम मदर इण्डिया टेम्पल भी है , हरिद्वार दर्शन करते समय इस मन्दिर को देखना न भूले यहाँ आकर आप अपने देश से भली भान्ति परिचित होंगे इस मन्दिर का उद्घाटन श्रीमती इंदिरा गांधीजी ने किया था यह एक बहुमंजिला मन्दिर है इस तरह का मन्दिर शायद ही आपने पहले कही देखा हो , इस मन्दिर का निर्माण आध्यात्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी ने करवाया था और स्वामी जी का आध्यात्मिक जीवन में आने से पहले नाम श्री अम्बिका प्रसाद पाण्डेय था , यह मन्दिर भारत माता के सम्मान में बनाया गया है |

राम झूला ऋषिकेश के आसपास के पर्यटन स्थल RamJhula Rishikesh
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राम झूला ऋषिकेश के आसपास के पर्यटन स्थल RamJhula Rishikesh

राम झूला ऋषिकेश का सबसे खास पर्यटन स्थल है क्यूंकि इसी जगह पर आपको ऋषिकेश के कई जाने माने पर्यटन स्थल मिल जायेंगे जैसे परमार्थ निकेतन , स्वर्ग आश्रम , चौरासी कुटिया , ऋषिकेश का मिनी गोवा , गीता भवन तो देखा इतने सारे टूरिस्ट स्पॉट आपको इसी प्रसिद्ध झूले के पास मिल जायेंगे ऋषिकेश को लोग तपोभूमि के नाम से भी जानते है , ऋषिकेश उत्तराखण्ड के देहरादून जिले में आता है इस झूला के आसपास का प्राकृतिक सौन्दर्य देखते ही बनता है यह स्थल हरिद्वार से लगभग 25 किलोमीटर है इस पोस्ट के माध्यम से हम राम झूला के आसपास के समस्त दार्शनिक स्थलों के बारे में जानेंगे |

हरिद्वार दर्शन की सम्पूर्ण जानकारी कैसे पहुंचे कहाँ रुके कहाँ घूमे
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हरिद्वार दर्शन की सम्पूर्ण जानकारी कैसे पहुंचे कहाँ रुके कहाँ घूमे

हरिद्वार दर्शन करना सच में एक दिव्य अनुभव है इस शहर के लिए कई बाते है जैसे हरिद्वार सप्तपुरियो में से एक है , हरिद्वार चार धाम यात्रा का प्रवेश मार्ग है , हरिद्वार में शक्तिपीठ भी है , हरिद्वार का प्राचीन नाम मायापुरी था , हरिद्वार में कुम्भ के मेले का आयोजन होता है , यह पवित्र शहर भगवान विष्णु और भगवान शिव की नगरी है जब यहाँ पहुचे तो हमने जो समझा उस हिसाब से हरिद्वार आधुनिक मन्दिर प्राचीन मन्दिर एक से बढ़कर एक गंगा घाट और भव्य आश्रमों का मिश्रण है |

20+ इलाहाबाद प्रयागराज में घूमने की जगह की जानकारी – कैसे पहुंचे कहाँ रुके क्या घूमे
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20+ इलाहाबाद प्रयागराज में घूमने की जगह की जानकारी – कैसे पहुंचे कहाँ रुके क्या घूमे

प्रयागराज शहर अपने आप में एक गौरवमय इतिहास को बयां करता है जैसे नेहरु जी का पुराना मकान यही है और श्री चन्द्रशेखर आज़ाद जी ने इसी शहर में अपने प्राणों की आहूति दी थी , यह वही शहर है जहां ब्रम्हा जी ने सृष्टि के निर्माण के बाद प्रथम यज्ञ किया था तब से ये तीर्थराज कहलाया , ऋषि भारद्वाज ऋषि दुर्वासा ऋषि पन्ना का भी सम्बन्ध प्रयागराज से रहा है , चन्द्रवंशी राजा पुरुरव का भी प्रयाग से सम्बन्ध है देखा जाय तो प्रयागराज अति पावन शहर है , Triveni Sangam Allahabad को समस्त तीर्थो का राजा कहा गया है |

विंध्याचल मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी

विंध्याचल मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी

विंध्याचल मंदिर उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित मिर्ज़ापुर जिले के एक कस्बे में है जिसकी मिर्ज़ापुर शहर से दूरी लगभग 7 किलोमीटर है विन्ध्याचल एक धार्मिक पर्यटन स्थल है जहां आपको माता दुर्गा के कई मंदिर देखने को मिल जायेंगे Maa Vindhyavasini Devi Mandir यहाँ का प्रमुख मंदिर है जो की एक शक्तिपीठ भी है इसके आलावा विन्ध्याचल में आप अष्टभुजी देवी मंदिर , काली खोह मन्दिर , सीता कुण्ड , विन्ध्याचल के गंगाघाट के भी दर्शन कर सकते है |