बिठूर में घूमने की जगह
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बिठूर गंगा किनारे बसा एक नगर जिसका एक स्वर्णिम इतिहास और धार्मिक महत्त्व है

यदि आपको बनारस के घाट पसंद है आपको नदी के किनारे बैठना पसंद है आपको इतिहास और हिन्दू धर्म से लगाव है आपको गंगा में स्नान करना पसन्द है आपको शहरो की भागदौड़ से निकलकर कुछ समय शान्ति में बिताना पसंद है तो साहब सच मानिये बिठूर आपके लिए ही है जरूर आइये एक बार इस नगर में और धर्म देशभक्ति शांति सब एकसाथ देखिये |

यही पे रानी लक्ष्मीबाई का बचपन बीता है, नानाराव पेशवा ने 1857 के स्वंत्रतता संग्राम का बिगुल यही से फूंका , तात्या टोपे यही रहे अगर धार्मिक महत्त्व की बात करे तो इसी Bithoor में वाल्मीकि जी ने रामायण लिखी , लव कुश का जन्म भी यही हुआ , राजा उत्तानपाद के पुत्र ध्रुव ने यही तप किया , ब्रह्मा जी ने यही यज्ञ किया |

Nanak Sagar Near tanakpur tourist places
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टनकपुर में घूमने की जगहें – Tanakpur Tourist Places की A to Z जानकारी

टनकपुर एक टाउन है जो की उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले में आता है यहाँ घूमने के लिये आपको माँ पूर्णागिरि मन्दिर , शारदा घाट , श्री पंचमुखी महादेव मन्दिर, श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर मिलेंगे इसके अलावा टनकपुर से थोड़ी ही दूरी पर नेपाल के कंचनपुर जिले में ब्रम्हदेव नाम के स्थल पर बाबा सिद्धनाथ का मन्दिर है और घूमने की बात करे तो यहाँ से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर सिखों का पवित्र स्थल श्री गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब है |

श्री गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब
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गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब कैसे पहुँचे कहाँ रुके क्या-क्या देखे की जानकारी

नानकमत्ता ये नाम सुना था लेकिन यहाँ की ज्यादा जानकारी नहीं थी तो पहले हमने जानकारी एकत्र की फिर यह पोस्ट लिखी आज आपको इस पोस्ट में बताएँगे कि गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब कहाँ है यहाँ कैसे जाया जय यहाँ कहाँ रुके क्या खाये और यहाँ दर्शन करने के लिये क्या क्या विकल्प है | सबसे पहले आप यह जान लो कि Nanakmatta Sahib उत्तराखण्ड के उधमसिंहनगर के खटीमा के समीप एक बहुत ही प्रसिद्ध सिखों का धार्मिक स्थान है जहाँ आपको दर्शन करने के लिये पवित्र गुरुद्वारा मिलेगा इसके अलावा यहाँ एक झील है जो की बस देखते ही बनती है |

Maa Purnagiri Mandir ke do Raste
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Maa Purnagiri Yatra ki Jankari – माँ पूर्णागिरि मन्दिर कैसे जाये कहाँ रुके

Maa Purnagiri 108 शक्ति पीठो में से एक है और हिन्दू धर्म में अत्यधिक पूज्यनीय है यह स्थल उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले के टनकपुर शहर में है , यहाँ हम आपको माँ पूर्णागिरी के दर्शन से जुड़ी हुई हर एक बात बतायेंग जैसे यहाँ तक कैसे पहुंचे , यहाँ कहाँ ठहरे , क्या क्या दर्शन करे , प्रसाद कहाँ ले , चढ़ाई का रास्ता कैसा है , भोजन की क्या व्यवस्था है , दर्शन की टाइमिंग क्या है , टनकपुर से यहाँ जाने का रास्ता , माता रानी के अलावा अन्य देखने वाली जगहे आदि |

Mata Vaishno Devi Ki Kahani

Mata Vaishno Devi Ki Kahani | माता वैष्णो देवी की पौराणिक कथा

Mata Vaishno Devi Ki Kahani की इस पोस्ट में हम आपको जम्मू के कटरा में स्थित माँ वैष्णो देवी के मन्दिर की पौराणिक कथाओ के बारे में बताएँगे इस मन्दिर में हमेशा श्रधालुओ की एक भारी भीड़ होती है आज हम आपको माता वैष्णो देवी मन्दिर के इतिहास और पौराणिक कथाओ के बारे में बताने वाले है जिससे आप सभी इस मन्दिर के महत्त्व को समझे |

गुड़गांव देवी मन्दिर फर्रुखाबाद
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फर्रुखाबाद जिला में घूमने की जगहे – कैसे जाये , कहाँ रुके , फेमस फ़ूड

फर्रुखाबाद जिला उत्तर प्रदेश का एक ऐसा शहर जो अपने में एक विशाल इतिहास को समेटे हुये है यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है , इस शहर में स्थित काम्पिल्य का सम्बन्ध महाभारत रामायण काल और जैन धर्म से है , बौद्ध धर्म के लिए यहाँ संकिसा विश्व विख्यात धर्म स्थल है , अगर हम फर्रुखाबाद के पर्यटन स्थल की बात करे तो यहाँ आप संकिसा , कम्पिल , माँ शीतला देवी मन्दिर , संतोषी माता का मन्दिर , जामा मस्जिद , चर्च , गुडगाँव देवी मन्दिर,नीब करोली आश्रम , मठिया देवी मन्दिर , पांडेश्वरनाथ मन्दिर आदि है इसके अलावा यहाँ की दालमोठ और आलू की खेती भी बड़ी प्रसिद्ध है |

Kapil Muni Ka Ashram Kampil
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जानिये Kampil को जिसका सम्बन्ध रामायण , महाभारत काल और जैन धर्म से है

Kampil या Kampilya या कम्पिल जी यह सब इसी क्षेत्र के नाम है फिलहाल वर्तमान में इस पौराणिक स्थल को कम्पिल कहा जाता है जो की उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में है , कम्पिल का सम्बन्ध रामायण , महाभारत से है इसके अलावा यह जैन धर्म के 13वी तीर्थंकर भगवान विमलनाथ जी की जन्म स्थली है , यह स्थल अनेको पौराणिक धरोहरों को समेटे हुये है निसन्देह यह एक अति पावन स्थली है , काम्पिल्य नगर बौद्ध धर्म स्थली संकिसा से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है |

कम्बोडियन बुद्ध विहार संकिसा

Sankisa Farrukhabad Ki Jankari – संकिसा बौद्ध धर्म स्थली के बुद्ध विहार

Sankisa Farrukhabad में स्थित एक बौद्ध धर्म स्थल जहाँ कई सारे बौद्ध मन्दिर बने है जो कि अत्यन्त भव्य है यहाँ आपको म्यामार मन्दिर , जापानी मन्दिर , माँ विषहरी मन्दिर , अशोक स्तम्भ , कम्बोडियन बुद्ध विहार , अभिधम्मा बुद्ध विहार , शाक्य मुनि बुद्ध विहार , अनंत मेता बुद्ध विहार , महाथेरा धम्मालोको जैसे बहुत ही सुन्दर बौद्ध मन्दिर देखने को मिलेंगे इसके अलावा विश्व का सबसे ऊँचा अशोक पिलर भी यही स्थित है जिसे Sankisa Pillar भी कहते है यह 80 फीट ऊँचा है |


Gauri Shankar Mandir Kannauj
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कन्नौज जिले के पर्यटन स्थल की समस्त जानकारी | Kannauj Tourist Places

Kannauj Itra Nagri में आपको घूमने के लिये ज्यादा तो कुछ नहीं मिलेगा लेकिन यदि आपको इतिहास पसन्द है आपको इत्र पसन्द है और आप एक खोजी किस्म के घुमक्कड़ हो तो आपको कन्नौज शहर निराश नहीं करेगा , उतर प्रदेश का यह शहर गंगा नदी के किनारे पर स्थित है और यह भारत की परफ्यूम कैपिटल के नाम से भी जाना जाता है , Kannauj ka Gatta भी बड़ा प्रसिद्ध है |

गोमेश्वर शिव मन्दिर लखनऊ यूपी
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गोमेश्वर शिव मन्दिर लखनऊ यूपी यह मन्दिर गोमती नदी के मध्य बना हुआ है

Lko Me Ghumne Ki Jagah में हम आपको शहर लखनऊ के एक ऐसे मन्दिर के दर्शन कराएँगे जो गोमती नदी के मध्य बना हुआ है इस मंदिर का नाम गोमेश्वर शिव मन्दिर है और रोचक बात ये की इस मन्दिर में जाने के लिए हमें नाव का सहारा लेना होता है कुल मिलाके आप कह सकते हो की हम इस शिव मंदिर तक नाव में बैठकर जायेंगे क्यूंकि यह गोमती के मध्य एक टापू पर है इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की इस शिव मन्दिर तक कैसे पहुंचे नाव का किराया क्या है और यहाँ क्या क्या है |