कोणार्क का सूर्य मन्दिर क्यों प्रसिद्ध है यहाँ कैसे पहुंचे कहाँ रुके क्या-क्या देखे
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कोणार्क का सूर्य मन्दिर क्यों प्रसिद्ध है यहाँ कैसे पहुंचे कहाँ रुके क्या-क्या देखे

अपने ऐतिहासिक महत्त्व , बेजोड़ शिल्पकारी और पुरातात्विक कलाकृतियों के लिए दुनियाभर में मशहूर यह स्थान एक महत्वपूर्ण दार्शनिक स्थल है , यहाँ का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध स्थल कोणार्क सूर्य मन्दिर Konark Sun Temple है जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल की मान्यता प्रदान की हुई है |

कोणार्क उड़ीसा राज्य के भुवनेश्वर जिले से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर चंद्रभागा नदी के किनारे पर स्थित है और उड़ीसा के पुरी नमक जिले से मात्र 36 किलोमीटर की दूरी पर है , देखा जाय तो कोणार्क शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है कोना और अर्का यहाँ पर कोना शब्द का अर्थ कार्नर और अर्का का अर्थ सूर्य है मतलब “सन ऑफ़ द कार्नर “|