रंगनाथ मन्दिर वृंदावन दर्शन की समस्त जानकारी कैसे पहुंचे, टिकट,प्रसाद आदि
रंगनाथ मन्दिर वृंदावन में स्थित है आप सभी जानते ही है कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में स्थित वृन्दावन मंदिरों आश्रमों की नगरी है यहाँ आप जिधर भी जायेंगे आपको मन्दिर आश्रम अवश्य दिखाई देंगे , इस मन्दिर को श्री रंग जी मन्दिर के नाम से भी जानते है इसके अलावा इस मन्दिर को हम सोने के खम्भे वाला मन्दिर के नाम से भी जानते है |
श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन का एक प्राचीन मन्दिर है जो की भगवान श्री रंगनाथ को समर्पित है यह मन्दिर द्रविड़ शैली में बना हुआ अत्यंत भव्य मन्दिर है इसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे हम दक्षिण भारत के किसी मन्दिर में आ गए है |
रंगनाथ मन्दिर वृंदावन कब और किसने बनवाया
श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन का निर्माण सन 1845 में शुरू हुआ था और यह मन्दिर सन 1851 में बनकर तैयार हुआ था इस भव्य मन्दिर के निर्माण का श्रेय सेठ गोविन्द दास जी और सेठ राधा कृष्ण जी को जाता है |
अगर हम इस मन्दिर की वास्तुकला की बात करे तो यह तमिलनाडु के श्रीरंगम में स्थित श्री रंगनाथ स्वामी मन्दिर की तरह है , श्री रंगजी मन्दिर वृन्दावन के मुख्य मन्दिर की दीवारों पर बनी कलाकृतियाँ अद्भुत है , यहाँ के खम्भे भी अत्यंत भव्य है |
श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन कैसे पहुंचे
दोस्तों यह पवित्र मन्दिर उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जनपद में वृन्दावन में स्थित है यहाँ तक आने के लिये सबसे पहले आपको मथुरा आना होगा फिर मथुरा से आप किसी भी ऑटो टेम्पो कैब के माध्यम से श्री रंगजी मन्दिर आ सकते हो यह मन्दिर इतना प्रसिद्ध है सभी इसे जानते है , आपको बता दे यह वृन्दावन के गोदा विहार नाम की जगह पर स्थित है , मथुरा रेलवे स्टेशन से श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन की दूरी लगभग 14 किलोमीटर है |
श्री रंगजी मन्दिर वृन्दावन कब जाये
हम अब यह जान गए है कि रंगनाथ मन्दिर वृंदावन में है और यह उत्तर भारत में स्थित है तो यहाँ गर्मियों में अत्यधिक गर्मी होती है तो इस कारण से मेरा व्यक्तिगत मत है की आप यहाँ अत्यधिक गर्मी के महीनो जैसे मई जून जुलाई अगस्त आदि में न जाए तो बेहतर है |
फिर भी बहुत से श्रद्धालु गर्मी में ही जाते है खासकर मई जून में तो अत्यधिक भीड़ होती है बस मेरा यही कहना है की गर्मी से ज्यादा परेशान नहीं होने का इरादा है तो इन महीनो में दर्शन करने से बचे और यदि जाना ही है तो आप सुबह जल्दी दर्शन कर ले या फिर शाम को दर्शन करे एक बात और है वृन्दावन के ज्तयादार मन्दिर दोपहर लगभग १२ बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहते है |
अगर हम श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन की टाइमिंग की बात करे तो यह मन्दिर सुबह 7 बजे श्रधालुओ के लिये खुल जाता है और दोपहर १२ बजे बंद हो जाता है फिर शाम को 4 बजे मन्दिर खुलता है और रात 9 बजे तक खुला रहता है लेकिन इस टाइमिंग को आप दोपहर में 11 बजे तक ही मानिये और रात 8 बजे तक ही मानिये |
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रंगनाथ मन्दिर वृंदावन की टिकट
इस पावन मन्दिर में प्रवेश पूर्णता निशुल्क है लेकिन इस मन्दिर में आप को झांकियां देखने को मिल जाएँगी और यकीन मानिये ये झांकिय आप जरूर देखिये आपको इनसे बड़ी जानकारी मिलेगी श्री रंग जी मन्दिर वृन्दावन में आपको तीन तरह की अलग अलग झांकियां देखनो को मिलेंगी |
श्री लीला घर | भेंट रूपये 10 |
श्री वाहन घर | भेंट रूपये 10 |
श्री शीश महल | भेंट रूपये 5 |
यह तीनो टिकट एक साथ लेने पर आपको भेंट मात्र 20 रूपये देनी होगी मेरा व्यक्तिगत सुझाव यही है आप यह टिकट ले और श्री लीला घर श्री वाहन घर श्री शीश महल को देखे |
Shri Rangnath Ji Mandir Vrindavan me kya kya kare | श्री रंग जी मन्दिर में क्या क्या करे
जैसे ही आप मन्दिर के समीप आओगे आपको आसपास काफी जलपान की दुकाने कपड़ो की दुकाने दिखाई देंगी आपका यदि मन हो तो आप यहाँ पर शापिंग कर सकते है हम लोग गर्मी में गए थे तो यहाँ पर लस्सी का स्वाद लिया था और यहाँ आपको भगवान की सुन्दर सुन्दर पोशाके दिखाई देंगी खिलोनो की भी दुकाने यहाँ पर है |
अब आप थोडा श्री रंग जी मन्दिर की तरफ बढ़ते है सबसे पहले आपको यहाँ का भव्य द्वार दिखाई देगा जो की बहुत ही सुन्दर है इस द्वार की नक्खाशी देखते ही बनती है अब आप इस द्वार से प्रवेश करके आ जाते हो मुख्य श्री रंगनाथ मन्दिर वृंदावन में आप यही से स्तब्ध हो जायेंगे क्यूंकि सामने ही आपको बिलकुल दक्षिण भारतीय शैली में आसमान को स्पर्श करना हुआ भव्य गोपुरम दिखाई देता है |
यही जो भव्य द्वार है यही पर श्री रंगनाथ प्रसादम का काउंटर है जहाँ से आप मन्दिर में दर्शन करने के उपरान्त प्रसाद खरीद के अपने घर ले जा सकते है |
इसी गोपुरम के पास एक टिकट विंडो है जहाँ से आप श्री लीला घर श्री वाहन घर श्री शीश महल की टिकट ले सकते है हालाँकि टिकट आपको अन्दर भी मिल जाएँगी लेकिन श्री लीला घर गोपुरम के समीप ही है तो आप टिकट लेकर श्री लीला घर में भगवान राम और कृष्ण के जीवन की लीलाओ का आनंद ले , श्री रंग जी मन्दिर वृन्दावन के इसी गोपुरम के पास एक चप्पल-जूता स्टैंड है यहाँ आप अपने चप्पल जूते उतार दे फिर अन्दर जाए |
अन्दर जाते ही आपको सबसे पहले श्री श्री देवी , श्री रंगनाथ भगवान , श्री भूदेवी , श्री महालक्ष्मी जी का सुन्दर मन्दिर मिलता है यहाँ आप दर्शन करे इत्मीनान से , इसके सामने आपको एक बड़ा सा बरामदा दिखाई देता है जिसमे अत्यंद भव्य खम्भे बने हुए है इस खम्भों में हिन्दू देवी देवताओ के चिता बने हुए है और आकर्षक नक्खाशी की गई |
इस बरामदे से आगे जाने पर आपको श्री वाहन घर दिखाई देता है इसमें आप जरूर जाये इस वाहन घर में आपको हिन्दू देवी देवताओ के वाहनों को देखने का मौका मिलता है जो की अत्यंत भव्य और दिव्य है यही पास में ही श्री शीश महल भी है आप शीश महल में भी जाकर देख ले |
यहाँ पर आपको और भी गोपुरम दिखाई देंगे जो शायद 5 मंजिला है लेकिन सुन्दरता वैसी ही है जैसे मुख्य द्वार वाले सात मंजिला गोपुरम की थी आप ये सब देखे , अन्दर एक और मन्दिर है जिसमे आपको अवश्य जाकर दर्शन करना है ,इस मन्दिर में श्री गोदादेवी , श्री रंगमन्नार भगवान श्री गरुण जी को समर्पित है |
Shri Rangnath Ji Mandir Vrindavan
यही पर आपको सोने का खम्भा दिखाई देता है एक और बात आपको बता दू यदि आप दान वगैरह करना चाहते है तो वाहन घर के पास ही भण्डार नाम से एक जगह है जहा पर आप अपने अनुसार भगवान का भोग , गौशाला , सौर्य परियोजना , औषधालय आदि के लिये दान दे सकते है जिसकी आपको रसीद मिलेगी |
थोड़ा और बाहर की तरफ जब आप गोपुरम से बाहर निकलेंगे तो आपको एक सुन्दर सा सरोवर दिखाई देगा जिसका नाम पुष्करणी है इस सरोवर के पास सीढियां बनी हुई है इसी सरोवर के आगे से मन्दिर का दूसरा द्वार है जहाँ से भी श्रद्धालु मन्दिर में प्रवेश करते है , यहाँ एक सुदर बगीचा भी है |
आप श्री रंगजी मन्दिर वृन्दावन में दोनों द्वार से प्रवेश कर सकते है यहाँ आप जब भी आये समय लेकर आये क्यूंकि Shri Rangnath Ji Mandir Vrindavan का प्रांगण बड़ा है यहाँ कई मन्दिर है कई अन्य जगहे है जैसे श्री लीला घर श्री वाहन घर जहाँ आपको समय लगेगा |
हम यह कह सकते है कि श्री रंग जी मन्दिर या सोने के खम्भे वाला मन्दिर या श्री रंगनाथ जी मन्दिर वृन्दावन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सुन्दर मन्दिर है यहाँ आपको दर्शन हेतु अवश्य आना चाहिए |
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वृन्दावन में सोने के खम्भे वाला मन्दिर श्री रंगनाथ जी मदिर को ही कहते है इसे श्री रंगजी मन्दिर भी कहते है यह वृन्दावन के गोदा विहार नाम की जगह पर है |
वृन्दावन के श्री रंगनाथ मन्दिर का निर्माण कार्य सन 1845 में शुरू हुआ और यह मन्दिर सन 1851 में बनकर तैयार हो गया था |
मन्दिर में दर्शन करने की कोई टिकट नहीं है |
श्री रंगनाथ जी मन्दिर वृन्दावन मथुरा में है जो की उत्तर प्रदेश में यहाँ गर्मियों में अत्यधिक गर्मी रहती है तो आप कोशिश करे यहाँ ज्यादा गर्मियों में न आये या तो फिर सुबह या शाम को दर्शन करे |