Rudravart Mahadev यहाँ भोलेनाथ स्वतः फल-बेलपत्र स्वीकार कर खुद से देते है प्रसाद
Rudravart Mahadev – रुद्रावर्त महादेव यहाँ भोलेनाथ स्वतः फल-बेलपत्र स्वीकार करते है और खुद से देते है प्रसाद
नमस्कार दोस्तों आशा करता हूँ आप सभी अच्छे होंगे आज हम लोग बात करेंगे एक अनोखे और हैरत कर देने वाले Rudravart Mahadev रुद्रावर्त महादेव की , अपने देश में भगवान शंकर के बहुत से मंदिर , बहुत से शिवलिंग ऐसे है जहां आप भगवान का अद्भुत चमत्कार देख सकते है | यह स्थान उत्तर प्रदेश राज्य में सीतापुर जिले में नैमिषारण्य नामक तीर्थ स्थान से कुछ ही दूरी पर है , इस स्थल को रुद्रावर्त तीर्थ , रुद्रावर्त कुण्ड आदि नामो से भी जाना जाता है |
वैसे तो ये स्थल हैरत कर देने वाला ही है भगवान शिव की महिमा यहाँ पर दिखाई देती है आपको जब भी मौका मिले तो इस स्थल पर जाकर यहाँ के अलौकिक भगवान् शिव की शक्तियों को जरूर महसूस करियेगा, रुद्रावर्त तीर्थ में एक कुण्ड है जहां शिवलिंग अदृश्य है यहाँ के पुजारी बाबा का कहना है कि जल के नीचे शिवलिंग है |
How to reach Rudravart Mahadev – रुद्रावर्त महादेव कैसे पहुंचे
भगवान् शिव का यह हैरत कर देने वाला स्थान सीतापुर जनपद में नीमसार से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर गोमती नदी के किनारे एक गाँव अर्बापुर में स्थित है , आपको यहाँ आने के लिए नीमसार से ई -रिक्शा या फिर टैक्सी मिल जाएगी बाकी यहाँ कोई भी साधन लगातार नहीं चलते वैसे यदि आप अपने साधन से जाए तो ज्यादा अच्छा है क्यूँकी ई-रिक्शा का कोई भरोसा नहीं है |
नैमिषारण्य-हरदोई वाले मार्ग पर नैमिषारण्य से थोडा सा आगे चलने पर बांये हाथ पर आपको एक बोर्ड दिख जायगा जो की रुद्रावर्त महादेव Rudravart Mahadev का ही है आप इसी रास्ते चले जाये रास्ता ज्यादा अच्छा नहीं है परन्तु पक्का है पतली सी सड़क है और आसपास बिलकुल सन्नाटा रहता है वाही 4 किलोमीटर के बाद अर्बापुर गाँव आएगा आपको इस गाँव के अन्दर से होकर निकलना होगा जहां की स्थिति अत्यंत ख़राब है खैर बस इसी गाँव को पार करके ही आपको रुद्रावर्त तीर्थ मिल जायेगा |
नैमिषारण्य कैसे जाना है यह आप मेरी नैमिषारण्य तीर्थ सीतापुर की सम्पूर्ण जानकारी वाली पोस्ट मे पढ़ सकते है बहुत से साधन है नीमसार तक आने के लिए और नीमसार से रुद्रावर्त का कैसा क्या रास्ता है मैंने आपको बता दिया है |
Rudravart Mahadev रुद्रावर्त महादेव में कहाँ रुके
मेरे हिसाब से Rudravart Tirth में रुकने की आवश्यकता नहीं है आप जाइये दर्शन करिए और लौट आइये फिर भी यदि आप को रखना ही है तो आप नैमिषारण्य के होटलों या धर्मशालाओ में बड़ी ही आसानी से रुक सकते है क्यूंकि Rudravart Mahadev तो एक गाँव में है तो यहाँ रुकने की कोई भी व्यवस्था नहीं है |
आखिर क्या है रुद्रावर्त तीर्थ का हैरत कर देने वाला रहस्य
हिन्दुस्तान मंदिरों और धार्मिक स्थानों के लिए विश्व भर में विख्यात है तो जाहिर सी बात है यहाँ पर एक से बढ़कर एक अद्भुत , रहस्य से ओत प्रोत , चमत्कारिक स्थल आपको मिल जायेंगे अब देखिये कुछ लोग इन सब बातो को नहीं मानते वो अपना अलग वैज्ञानिक दृष्टिकोण बताते है तो वो उनका अपना मत है पर जिसको भगवान पर अटूट विश्वास है वो इन सब भगवान् के चमत्कारों को नमस्कार करता है |
भगवान् शिव का Rudravart Mahadev एक छोटा सा कुण्ड है जो की बिलकुल गोमती नदी से सटा हुआ है ज्यादा पानी होने पर आप जान ही नहीं पाओगे की यहाँ पर कोई कुण्ड भी है चलिए अब रूबरू कराते है इसके चमत्कार से रुद्रावर्त महादेव Rudravart Mahadev के इस पावन कुण्ड में हमको शिवलिंग दिखाई नहीं देती है परन्तु यहाँ के स्थानीय लोगो का कहना है कि जब जल कम होता है गोमती नदी का तो यहाँ पर शिवलिंग का अरघा दिखाई देता है बाकि इस कुण्ड में हमको शिवलिंग नहीं दिखाई देता |
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अब सबसे खास बात यदि आप सच्चे मन से महादेव के नाम का उच्चारण करके इस रुद्रावर्त कुण्ड में बेल पत्र अर्पित करते हो तो आपका बेल पत्र इस पवित्र कुण्ड के जल में डूब जाता है सच में यह बात हैरत कर देने वाली है क्यूंकि बेलपत्र पानी में डूबता नहीं है इस बारे में पुजारी जी से पूछने पर पता चला की कुण्ड में साक्षात भगवान शिव शिवलिंग के रूप में स्थापित है तो बेलपत्र सीधे उनके पास पहुच जाता है अच्छा एक और खास बात आपका बेलपत्र खण्डित या विभाजित नहीं होना चाहिए यदि बेलपत्र जरा सा भी खण्डित या विभाजित है तो वह नहीं डूबेगा |
चलिए अब दुसरे चमत्कार को जान लेते है जब हम Rudravart Mahadev के कुण्ड में दूध चढाते है तो हमारा चढ़ाया हुआ दूध एक सीधी सी धार में जल के अन्दर जाता हुआ दिखाई देता है अमूमन देखा जाय तो जल में यदि दूध डाले तो दूध फ़ैल जाता है Rudravart Mahadev रुद्रावर्त महादेव में दूध बहुत ही कम फैलता है और एक सीधी धार में भगवान शिव को प्राप्त होता है |
अब महादेव का सबसे बड़ा चमत्कार जो आपको सोचने पर विवश कर देगा इस रुद्रावर्त कुण्ड में आप 5 फल भगवान शंकर को अर्पित करोगे तो कुछ ही देर बाद आप द्वारा अर्पित किये गए 5 फलो में एक या दो फल ऊपर आ जायेंगे और वो आप प्रसाद रूप में ले लेंगे , मै जब यहाँ पर गया तो मैंने 5 फल इस पवित्र कुण्ड में डाले और उनमे से एक फल तुरंत ही ऊपर आ गया बाकि के चार डूब गए |
अच्छा जब मै वही था तो एक सज्जन को इस बात पर विश्वास नहीं हुआ तो उन्होंने एक केला लिया और उसके 5 टुकड़े किये और उस कुण्ड में डाल दिए भोले बाबा का चमत्कार देखिये 3 टुकड़े तो डूब गए परन्तु 2 टुकड़े ऊपर आ गये , अच्छा इस Rudravart Mahadev रुद्रावर्त महादेव के जल का स्त्रोत प्राकृतिक है पुजारी जी अनुसार शिवलिंग के अरघे से लगातार जल निकलता रहता है |
चलिए अब थोड़ी सी इस पवित्र स्थल की कहानी जान लेते है यहाँ की मान्यता यह है की जब भगवान शिव रुद्र ताण्डव कर रहे थे तब उन्होंने अपने आप को शांत करने के लिए गोमती नदी में प्रवेश किया और वही तपस्या में लीन हो गए तब से यह पावन कुण्ड Rudravart Mahadev रुद्रावर्त महादेव के नाम से जाना जाने लगा है |
इस स्थान पर कोई बहुत प्रभावोत्पादक निर्माण तो नहीं कराया गया है परन्तु फिर भी दो छोटे छोटे मंदिर बने हुए एक भोले बाबा का जहां पर शिवलिंग स्थापित है और दूसरा नाग का मंदिर है , आप इन दोनों मन्दिरों के दर्शन अवश्य करे |
इस Rudravart Mahadev स्थल की मुझे सबसे अच्छी बात लगी कि यहाँ पर किसी भी प्रकार की कोई भी लूट खसोट नहीं है आप अपनी श्रद्धा अनुसार जो भी यहाँ चढ़ाये कोई आप को बाध्य नहीं करता है फल और बेलपत्र धतूरा इत्यादि भी हमको बहुत ही उचित दामो पर मिल जाता है |
Conclusion – निष्कर्ष
नैमिषारण्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों में रुद्रावर्त महादेव Rudravart Mahadev का स्थान अत्यंत अहम है यहाँ चढ़ाये हुए 5 फलो में एक 1-2 फलो का ऊपर आ जाना बाकि के फलो का डूब जाना और बेलपत्र का कुण्ड के जल में डूब जाना इतने अचम्भे होने के बावजूद भी रुद्रावर्त तीर्थ की कही न कही अनदेखी की जा रही है ना ही यहाँ पर कोई भव्य मन्दिर किसी ने बनवाया ना ही पवित्र कुण्ड का किसी ने जीर्णोधार कराया है |
आशा करता हू भविष्य में इस अनोखे और भगवान शिव के चमत्कार वाले स्थल पर कोई संस्था ध्यान देगी , वैसे यहाँ लोग दूर दूर से आते है और भोलेनाथ के अनुकम्पा को प्राप्त करते है |
तो अब आप जब भी सीतापुर या नैमिषारण्य आये तो इस पवित्र तीर्थ स्थल Rudravart Mahadev के दर्शन जरूर करे यदि आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करे और यदि आपका कोई भी सुझाव हो तो हमें कमेन्ट करके बताये |
Mahadev bholenath ka chamatkar hai Har Har Mahadev