प्रेम मन्दिर वृन्दावन के दर्शन से जुड़ी हुई समस्त जानकारी दर्शन का समय आदि
प्रेम मन्दिर वृन्दावन मथुरा का एक ऐसा मन्दिर है जिसे जब आप देखोगे आपको इस मन्दिर से निश्चित तौर पर प्रेम हो जायेगा , उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में वृन्दावन नाम की जगह पर यह मनमोहक मन्दिर स्थित है दूर दूर से श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते है इस मन्दिर में हमेशा ही भीड़ आपको मिलेगी |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन के बारे में बताइये
प्रेम मन्दिर वृन्दावन का एक मुख्य मन्दिर है जो श्रीकृष्ण-राधा और श्रीराम-सीता जी को समर्पित है यह मन्दिर देखने में बहुत ही भव्य है आप जैसे ही मन्दिर में प्रवेश करोगे आपको एक कृष्णमाय वातावरण की अनुभूति होगी शायद ही कोई ऐसा हो जो प्रेम मन्दिर में आकर राधे राधे न बोले |
हर एंगल से प्रेम मन्दिर वृन्दावन एक बहुत ही सुन्दर मंदिर लगता है चाहे यहाँ की श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी हुई सुन्दर झाकियां हो चाहे हरा भरा गार्डन चाहे मन्दिर की नक्खासी हो सब अद्वितीय है यदि आप मथुरा वृन्दावन आ रहे तो प्रेम मन्दिर के दर्शन किये बिना आपकी यात्रा अधूरी सी रह जायेगी |
प्रेम मंदिर किसने बनवाया
उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित वृन्दावन का प्रेम मंदिर जगदगुरु कृपालु जी महाराज ने बनवाया था |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन का निर्माण कब किया गया था
प्रेम मन्दिर वृन्दावन का निर्माण का कार्य जनवरी 2001 ने प्रारंभ किया गया था और इस मंदिर को बनने में लगभग 11 साल लग गए थे और यह मंदिर फरवरी 2012 में दर्शन हेतु जनता के लिये खोल दिया गया था बताते है इस भव्य मंदिर को बनाने में लगभग 1000 शिल्पकारो का योगदान रहा है |
कैसे पहुंचे वृन्दावन के प्रेम मंदिर में
आप मथुरा वृन्दावन में किसी से भी पूछेंगे वह आपको यहाँ तक का रास्ता बता देगा हर कोई इस मंदिर को जानता है वैसे मथुरा रेलवे स्टेशन से यह मंदिर महज 11-12 किलोमीटर की दूरी पर होगा आप मथुरा में आकर कोई भी ऑटो कार बुक करके इस मंदिर तक आ सकते है |
अगर हम प्रेम मंदिर के पते की बात करे तो यह मंदिर श्री कृपालु जी महाराज मार्ग रमण रेती वृन्दावन में है |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन की वास्तुकला
1000 शिल्पकारो की मदद से लगभग 11 साल में बनने वाले प्रेम मंदिर की भव्यता भी जान लीजिये यह मंदिर 54 एकड़ में फैला हुआ है |
यदि हम मंदिर की उंचाई की बात करे तो वृन्दावन का प्रेम मंदिर 125 फीट ऊँचा 122 फीट लम्बा और 115 फीट चौड़ा है , इस मन्दिर को बनाने के लिए इटालियन सफ़ेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है यहाँ की नक्खाशी नागर शैली की है जो की दीवारों पर या स्तम्भ पर नीचे से ही कुरेदी जाती है |
जो मुख्य मन्दिर है वहां की दीवारों पर की गई नक्खाशी मन को लुभाती है मंदिर में बहुत ही सुन्दर राधा कृष्ण और सीता राम की प्रतिमाये है यहाँ ऐसी व्यवस्था है कि आप श्री कृष्ण राधा की प्रतिमाओ के सामने बैठ भी सकते है |
मंदिर की प्रत्येक दीवार पर आप कृष्ण राधा की रास लीला की अनुभूति करोगे मंदिर में एक विशाल चबूतरा है जिसके चारो और एक परिक्रमा मार्ग बनाया गया है मंदिर की बाहरी दीवारों पर भी आप श्रीकृष्ण के जीवन की कथाये देखने को पाएंगे |
मंदिर में जगह जगह पर राधा कृष्ण के गीत दोहे आदि लिखे है जो हमको हमारी संस्कृति से परिचित कराते है मंदिर की प्रत्येक दरवाजे खिड़कियाँ बहुत ही सुन्दर बनाइ गई है , अन्दर लगे झूमर मंदिर की सुन्दरता को बढ़ा देते है |
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Timing of Prem Mandir Vrindavan in Hindi – प्रेम मन्दिर वृन्दावन खुलने का समय
प्रेम मन्दिर वृन्दावन के खुलने के समय को आप जान लीजिये यह बेहद जरूरी है पता चला आप दर्शन हेतु जाओ और आपको मंदिर के कपाट बंद मिले यह मंदिर दिन में तीन बार खोला जाता है |
सबसे पहले सुबह 5:30 बजे मंदिर खोला जाता है और सुबह के 6:30 भोग लगाकर बन्द कर दिया जाता है फिर सुबह 8:30 बजे मंदिर दर्शन हेतु खोला जाता है और दोपहर 12:30 बजे बंद हो जाता है फिर शाम को प्रेम मंदिर 4:30 बजे खोला जाता है और रात के 8:30 पर बंद हो जाता है |
यह थी मंदिर की टाइमिंग आप अपने हिसाब दर्शन हेतु जा सकते है लेकिन यदि आप तबियत से वृन्दावन का प्रेम मंदिर देखना चाहते है तो आप शाम के समय जाए और समय लेकर जाए कम से कम दो घंटे का शाम को इसलिये बोला क्यूंकि इस मंदिर में शाम में लेजर लाईट से जो मंदिर का बार बार रंग बदलता है वह द्रश्य बड़ा ही प्यारा होता है |
Things to do In Prem Mandir Vrindavan in Hindi – वृन्दावन के प्रेम मंदिर में क्या क्या कर सकते है
सबसे जरूरी तो आप श्रीकृष्ण राधा के मन मोह लेने वाली प्रतिमाओ के दर्शन करे श्रीराम सीता एवं अन्य देवी देवताओ के दर्शन करे |
आप प्रेम मंदिर में श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी हुई झांकिया देख सकते है |
आप यहाँ के हरे भरे गार्डन में समय व्यतीत कर सकते है |
आप मंदिर परिसर में बनी कैंटीन में जलपान कर सकते है |
शाम के समय आप मन्दिर की अलौकिक छटा जरूर देखे क्यूंकि शाम को प्रेम मंदिर पर लेजर लाईट डाली जाती है जिससे मंदिर का रंग बार बार बदलता है |
शाम को ही करीब ७ बजे आप म्यूजिकल डिजिटल फव्वारे को देख सकते है |
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप यहाँ आकर इस त्यौहार में शामिल हो सकते है प्रेम मंदिर की जन्माष्टमी बहुत ही भव्य होती है |
मंदिर परिसर में आप श्री कृष्ण की झूलन लेला , कालिया नाग लीला , रास लीला , गोवर्धन पर्वत लीला को देख सकते है |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन की अन्य जानकारियां
यह एक मन्दिर है तो यहाँ पर प्रवेश पूर्णता निशुल्क है आप सबसे पहले प्रेम मंदिर का मुख्य द्वार देखोगे जो रोड के किनारे पर है द्वार पर प्रेम मंदिर लिखा हुआ है और यह द्वार अत्यंत भव्य है बहुत से लोग यहाँ पर ही फोटो वगैरह लेने लगते है |
अब आप अन्दर जाओगे और सामने ही प्रेम मंदिर दिखने लगेगा बाकी परिसर में या तो आपको हरियाली दिखेगी या श्रीकृष्ण के जीवन से सम्बन्धित झाँकियाँ आप समय लेकर आये और इन सुन्दर झाँकियो को देखे |
इन झाँकियो के माध्यम से आप श्रीकृष्ण को गोवर्धन पर्वत उठाते हुये देख सकते है कुछ झाँकियो की श्रीकृष्ण की रास लीला को दिखाया गया है आप श्री कृष्ण का बचपन , गोपियाँ , माँ यशोदा ननद बाबा , कान्हा के बाल सखा आदि की प्रतिमाओ को भी देख सकते है |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन में एक बहुत ही सुन्दर परिक्रमा मार्ग भी है जिसमे 48 फलक बनाये गए है जो श्रीकृष्ण के जीवन से सम्बन्धित है इसके अलावा दीवारों पर भी श्री कृष्ण की लीला के चित्र भी खूबसूरत लगते है |
इस प्रेम मंदिर के भूतल पर आप श्रीकृष्ण-राधा के दर्शन करेंगे इनके साथ ही इनकी प्रिय आठ महासखी की प्रतिमाये भी है भूतल का जो गर्भगृह है उसके दरवाजे चन्दन की लकड़ी से बनाये गये है यही पर आप जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज और श्री सुखदेव परमहंस की प्रतिमा भी देखने को पाएंगे |
अब पहली मंजिल पर आप सीता राम की सुन्दर प्रतिमाये देखेंगे साथ में हनुमान जी की भी प्रतिमा है इनके अलावा रसिक संत और जगद्गुरुओ की भी प्रतिमाये इसी तल पर है |
पूरे मंदिर में आप फोटोग्राफी कर सकते है बस गर्भगृह में फोटो क्लिक करना मना है |
सूर्यास्त के बाद प्रेम मंदिर की इवनिंग लेजर लाइट से पूरा मंदिर जगमगा जाता है और हर 5 मिनट में मंदिर का रंग बदल जाता है |
म्यूजिकल डिजिटल फव्वारा प्रेम मन्दिर वृन्दावन
इस मन्दिर में आप एक बहुत ही सुन्दर फव्वारा भी देख सकते है लेकिन यह म्यूजिकल फव्वारा सिर्फ शाम के समय ही चलता है प्रेम मंदिर के म्यूजिकल डिजिटल फव्वारे की गर्मियों में टाइमिंग शाम 7:30 बजे की है और सर्दियों में शाम 7 बजे की है |
गर्मी का समय म्यूजिकल डिजिटल फव्वारे के लिये 1 अप्रैल से 30 सितम्बर है और सर्दी का समय 1 अक्टूबर से 31 मार्च है | इस फव्वारे को लोग म्यूजिकल फाउंटेन शो कहते है तो आप भी कोशिश करे कि प्रेम मंदिर का म्यूजिकल फाउंटेन शो भी देखे |
मंदिर परिसर में निशुल्क जूता घर बना है कृपया आप अपने जूता-चप्पल मंदिर परिसर में बने जूता घर में ही उतारे |
यहाँ पार्किंग की भी व्यवस्था है तो आप यदि अपने साधन से आ रहे है तो आप मंदिर की पार्किंग में अपना वाहन खड़ा कर सकते है |
मंदिर परिसर में पीने योग्य पानी मिल जाता है |
मंदिर परिसर में एक स्टोर है जिसमे ऑडियो वीडिओ लाइब्रेरी है जहाँ आपको अध्यात्म से जुड़ी हुई वस्तुये मिल जाएँगी आप उन्हें खरीद सकते है |
कैंटीन
मंदिर परिसर में एक कैंटीन भी है जहाँ आप जलपान कर सकते है यह कैंटीन भी काफी बढ़िया है |
जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय
जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय मन्दिर परिसर में बना हुआ है जो लोकल लोगो के लिये एक अस्पताल है यहाँ पर साधू संत , वृद्ध , गरीब व्यक्ति के निशुल्क इलाज का प्रयास किया जाता है यहाँ या तो मुफ्त में इलाज होता है या फिर बहुत ही मामूली कीमत में यहाँ डाक्टर स्वयंसेवा करते है |
इस अस्पताल की टाइमिंग सुबह 7:30 से 11:30 है और दोपहर 12 से 2 बजे तक है |
Best Time to Visit Prem Mandir Vrindavan in Hindi – प्रेम मंदिर दर्शन का बेस्ट टाइम कौन सा है
बेस्ट टाइम हर व्यक्ति के हिसाब से अलग अलग है गर्मी सर्दी की बात करे तो यहाँ आपको गर्मी में दिक्कत जरूर होगी तो आप सर्दियों में आये तो बेहतर है या फिर आप त्योहारों में यहाँ आ सकते है प्रेम मन्दिर वृन्दावन में श्री कृष्ण जन्माष्टमी , राधाष्टमी और होली बहुत ही धूमधाम से मनाये जाते है तो आप इनमें से किसी भी त्यौहार में यहाँ आ सकते है |
महत्वपूर्ण प्रश्न –
वृन्दावन का प्रेम मंदिर जगद्गुरु कृपालु जी महाराज ने बनवाया था |
प्रेम मन्दिर वृन्दावन के निर्माण कार्य की शुरुआत जनवरी 2001 में हुई थी और यह मंदिर जनता के लिए फरवरी 2012 में खोल दिया गया था |
54 ऐकड़ |
लगभग 11-12 किलोमीटर |
श्रीकृष्ण राधा और श्रीराम सीता |
प्रेम मंदिर के खुलने की टाइमिंग सुबह 5:30 से सुबह 6:30 फिर सुबह 8:30 से दोपहर 12:30 तक फिर शाम को 4:30 से रात 8:30 बजे तक है |
सर्दियों में या होली में |
जी हा पार्किंग है |
क्यूंकि शाम को मंदिर में लेजर लाइट पड़ती है जिससे मंदिर का रंग बदलता रहता है और शाम को ही म्यूजिकल फाउंटेन शो भी होता है |
उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृन्दावन में |