Places to visit in Gokul | गोकुल में घूमने की जगह – कैसे पहुंचे कैसे घूमे
Places to visit in Gokul गोकुल में घूमने की जगह में नन्द भवन चौरासी खम्भा , रमन रेती , श्री ठकुरानी घाट , ब्रह्माण्ड घाट , योगमाया मंदिर , श्री चिंताहरण महादेव , गोकुलनाथ मन्दिर प्रमुख है इनके अतिरिक्त गोकुल की हर एक गली में आपको मन्दिर दिखाई देंगे |
गोकुल को आप महावन भी कह सकते है यह मथुरा का एक उपनगर है जो की मथुरा शहर से लगभग 13-14 किलोमीटर की दूरी पर होगा , पौराणिक मान्यता के अनुसार गोकुल वही स्थल है जहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण को गोपनीय रूप से पाला गया था |
हमारे देश के प्रसिद्ध संत श्री वल्लभाचार्य भी इस स्थल पर कई वर्षो तक रहे थे , अगर श्री कृष्ण के इतिहास की बात करे तो जब श्रीकृष्ण का जन्म कंस के मथुरा स्थित कारागार में हुआ था तब कंस के सभी सैनिक सो गये थे और वासुदेव कान्हाजी को लेकर गोकुल में नंदबाबा के घर छोड़ आये थे |
श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी का जन्म भी यही हुआ था और ये दोनों भाइयो का बचपन गोकुल में ही बीता था यही पर श्रीकृष्ण ने कई असुरो जैसे शकटासुर पूतना अदि का वध किया था तो अब आप गोकुल के बारे में जान ही गये है |
Places to visit in Gokul – गोकुल में घूमने की जगह
अब हम लोग गोकुल के प्रमुख दर्शनीय स्थलों Places to visit in Gokul के बारे में जान ले देखिये वैसे तो गोकुल की हर गली में आपको मन्दिर दिखाई पड़ेंगे सभी मंदिरों का उल्लेख करना यहाँ संभव नहीं फिर भी हम इस पोस्ट में आपको उन सभी दर्शनीय स्थलों के बारे में बताये जो गोकुल में घूमने की जगह में प्रमुख है –
नन्द भवन चौरासी खम्भा – Nand Bhavan Gokul
नन्द भवन इसे चौरासी खम्भा वाला मंदिर भी कहा जाता है इस मंदिर के प्रवेश द्वार तक आपका साधन गाडी बाइक ऑटो आदि चला जाता है आप वासुदेव द्वार गेट से प्रवेश करोगे थोड़ी सी सीढियां चढ़ने के बाद नन्द भवन मंदिर परिसर दिखाई देता है |
इस मंदिर में 84 खम्भे है और यह इन्ही खम्भों पर टिका हुआ है कहते है आज से 5000 वर्ष पूर्व इस मंदिर को शिल्पकार विश्वकर्मा जी ने बनाया था , Nand Bhavan Gokul की दीवारों पर आप श्री कृष्ण बलराम के बाल्यकाल की पेंटिंग देख सकते है |
नन्द भवन 84 खम्भा मंदिर परिसर में एक वट का वृक्ष भी है जिसमे श्रद्धालु मनोकामना का फीता बांधते है इस परिसर में महादेव का भी मन्दिर कुल मिलाकर आप गोकुल में घूमने की जगह की बात करे तो नन्द भवन 84 खम्भा आपको जरूर जाना है , Places to visit in Gokul की लिस्ट में नन्द भवन को शामिल कर ले |
Nand Bhavan Gokul
श्री ठकुरानी घाट – Shree Thakurani Ghat Places to visit in Gokul
श्री ठकुरानी घाट गोकुल का एक प्रमुख यमुना घाट है मान्यता है यह वही घाट है जहाँ पर संत श्री वल्लभाचार्य जी ने यमुना जी के दर्शन किये थे इसीलिए जो वल्लभ संप्रदाय से जुड़े लोग है उनके लिये यह स्थल अत्यंत पूज्यनीय है |
ब्रह्माण्ड घाट – Brahmand Ghat Gokul
गोकुल का एक और प्रसिद्ध यमुना जी का घाट है ब्रह्माण्ड घाट यहाँ भी आप अवश्य जाइए यहाँ भी आपका वाहन बिलकुल घाट तक चला आएगा यह एक सुन्दर घाट है यहाँ से आप यमुना जी के सुन्दर दर्शन कर सकते है यहाँ एक मंदिर भी है जिसके दर्शन अवश्य करे इसके अलावा यहाँ आप सुन्दर फोटो भी क्लिक कर सकते है |
Brahmand Ghat Gokul यह वही घाट है जहाँ कान्हा जी ने मिट्टी खाई थी और इसके बाद अपनी यशोदा माँ को अपने मुख में सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड दिखाया था , ब्रह्माण्ड घाट पर स्थित श्री ब्रह्माण्ड विहारी मंदिर के भी दर्शन अवश्य करे , गोकुल में घूमने की जगह में ब्रह्माण्ड घाट भी प्रमुख है |
चिंताहरण घाट – चिंताहरण महादेव – Chintaharan Mahadev Places to visit in Gokul
ब्रह्माण्ड घाट के समीप ही चिंताहरण घाट है और इसी घट पर चिंताहरण महादेव मंदिर भी है और इस मंदिर की वहां के लोकल लोगो में बड़ी मान्यता है यह एक सुन्दर मंदिर है और यहाँ आप शिवलिंग के दर्शन कर सकते है यहाँ भी आप अवश्य आये |
पौराणिक कथा के अनुसार जब माँ यशोदा में ब्रह्माण्ड घाट पर श्रीकृष्ण के मुख में ब्रह्माण्ड देखा था वो चिंतित हो गई थी और चिंतित होकर इसी चिंताहरण घाट पर बने शिवलिंग की पूजा की थी जससे श्रीकृष्ण का कल्याण हो |
रमन रेती आश्रम – Raman Reti Gokul
आप गोकुल में घूमने की जगह में रमन रेती को भूल नहीं सकते है यहाँ तो आपको जाना ही जाना है यह गोकुल के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है जब आप यहाँ आयेंगे तो देखेंगे यहाँ भक्तो का ताँता लगा ही रहता है इस आश्रम तक आप अपने वाहन को लेकर आ सकते है |
रमण का मतलब होता है लीलाये और रेती मतलब रेत इस जगह भगवान श्री कृष्ण बलराम के साथ खेला करते थे , लगभग 200 साल पहले इसी जगह पर स्वामी ज्ञानदासजी ने तप किया था भगवान ने स्वामी जी को दर्शन दिए थे और जहाँ पर स्वामी जे ने भगवान के दर्शन किये थे वही पर श्री रमन बिहारी जी मंदिर है , गोकुल में घूमने की जगह में इस स्थल पर आना आप मिस न करे |
आप जब भी इस स्थल पर आये यहाँ तीन जगहों के दर्शन अवश्य करे सबसे पहले तो श्री रमनबिहारी जी मन्दिर जाकर दर्शन करे उसके बाद आप उस रेत के समीप जाए जहाँ श्रीकृष्ण अपने दोस्तों के साथ खेलते थे इस रेत में श्रीकृष्ण लोट लोट कर खेलते थे तो आप भी इसी रेत में लोट सकते है यहाँ की रेत अति पवित्र मानी जाती है |
अब इस रमन रेती आश्रम (Raman Reti Gokul) के सामने ही एक डिअर पार्क है जिसमे बहुत से हिरन है शुतुरमुर्ग है कई पक्षी है इस स्थल पर आकर आप हिरन देख सकते है यदि आपके साथ बच्चे है तो उन्हें हिरन देखना पसंद आएगा यह स्थल बिलकुल ही आश्रम के गेट के सामने है , आपको एक बात का ध्यान देना है यह मंदिर दोपहर 12 बजे बंद हो जाता है फिर शाम ४ बजे ही खुलता है |
रमणरेती की जो मिटटी है कहते है इसमें लोटने से यहाँ खेलने से कई बीमारियाँ ठीक हो जाती है | रमनरेती में साधुओ के लिए बहुत ही सुन्दर कुटियाँ बनाई गई है , यहाँ एक सरोवर भी है , Places to visit in Gokul में Raman Reti Gokul भी महतवपूर्ण है |
गोकुल नाथ मंदिर
Places to visit in Gokul की लिस्ट में आप गोकुलनाथ मंदिर को भी शामिल कर ले |
प्रेम मंदिर वृन्दावन से जुडी समस्त जानकारी को पढ़िए
Hanumant Dham Lucknow | जानिये लखनऊ के भव्य दिव्य हनुमंत धाम को
प्राचीन श्री नंदालय महानद भवन
गोकुल में स्थित एक और पुराना मंदिर है जहाँ आपको जाना चाहिए यह गोकुल की गलियों से होकर आप जायेंगे सबसे पहले आपको रास चोक पड़ेगा और फिर मुख्य मंदिर इस मंदिर की दीवारों पर श्रीकृष्ण के बाल्यकाल की पेंटिंग है इस मंदिर पर लगे बोर्ड के अनुसार यही श्री बलदेव जी और योगमाया का जन्म स्थान है |
यहाँ आपको तमाम गाइड मिलेंगे जो की आपको मंदिर के बारे में विस्तृत से बताएँगे लेकिन जब यही गाइड पुजारी जी के पास मुख्य मंदिर में पहुँचते है तो आपको दान के लिए भी कहते है और यह दान महंगा भी होता है आप यहाँ पर थोडा सतर्क रहे |
नन्द महल के गर्भगृह में आप ग्रुप वाइज आगे बढ़ते जाते है इस मंदिर में आप श्रीकृष्ण की माटी खाई लीला, पूतना मोक्षा , यामुलार्जुन उद्वार आदि लीलाओ की पेंटिंग देख सकते है , यहाँ आप चार धाम के भी दर्शन करे , चन्द्रावली मानस मंदिर भी इस परिसर में है |
Places to visit in Gokul – गोकुल में घूमने की जगह
गोकुल कैसे पहुंचे
उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जनपद से लगभग 13-14 किलोमीटर की दूरी पर गोकुल स्थित है सबसे पहले आप जहाँ भी है मथुरा आये मथुरा में रेलवे स्टेशन है जहाँ देश के लगभग सभी प्रमुख शहरो से ट्रेन आती है या आप अपनी गाड़ी या बस आदि से भी मथुरा आ सकते है फिर मथुरा से आप कोई भी ऑटो , ई रिक्शा , कैब आदि बुक करके गोकुल आ सकते है |
गोकुल में कहाँ रुके
गोकुल में आपको रुकने की आवश्यकता नहीं है आप गोकुल के सभी मंदिरों और घाट को 4 से 5 घंटे में बड़े आराम से घूम लेंगे तो आप यहाँ आइये घूमकर वापस मथुरा या वृन्दावन जहाँ होटल हो वापस चले जाइये हा बस ध्यान ये रखिये सुबह जल्दी आ जाइये जिससे की 12 बजे दोपहर तक आप दर्शन कर ले या फिर शाम 4 बजे के बाद आइये |
गोकुल घूमने का सही तरीका
जी देखिये आप मथुरा हो या वृन्दावन हो आप कोई ऑटो , ई रिक्शा या कैब बुक कर ले वो ऑटो या कैब वाला आपको गोकुल के सभी दर्शनीय स्थल के दर्शन करवाकर आपको वापस आपके होटल छोड़ देगा यदि आप अपनी गाड़ी से है तो फिर तो कोई चिंता नहीं आप अपनी गाड़ी से ही गोकुल आ जाये |
हम तो ऑटो बुक करके गए थे जिसने हमसे 500 रूपये लिए थे और सम्पूर्ण गोकुल दर्शन करवाकर हमको हमारे मथुरा स्थित होटल उतार दिया था |
दोस्तों Places to visit in Gokul गोकुल में घूमने की जगह के बारे में हमने आपको विस्तृत जानकारी दी जो आपको गोकुल घूमने में सहायता करेगी आपको पोस्ट पसंद आई हो तो कमेन्ट अवश्य करे |
गोकुल उत्तर प्रदेश में मथुरा से 14-15 किलोमीटर दूर स्थित है |
सबसे बेस्ट आप मथुरा से ऑटो बुक कर ले आपको 4 घंटे में सभी प्रमुख मंदिरों के दर्शन करवाकर ले आएगा |
Raman Reti , Nand Bhavan 84 Khambha , Brahmand Ghat , Shree Thakurani Ghat , Gokul Nath Mandir , Chintaharan Mahadev .
नन्द भवन चौरासी खम्भा (Nand Bhavan Gokul) , ब्रह्माण्ड घाट (Brahmand Ghat Gokul), श्री ठकुरानी घाट , रमन रेती (Raman Reti Gokul), गोकुल नाथ मंदिर , चिंताहरण महादेव मंदिर , प्राचीन नंदालय महानंद भवन |
लगभग 13 किलोमीटर |
रमण रेती गोकुल में है इसमें श्री रमनबिहारी जी मंदिर , डिअर पार्क , पवित्र रेत है |
क्यूंकि यह वही स्थल है जहाँ भगवान श्रीकृष्ण अपने बाल सखाओ के साथ खेलते थे यहाँ की मिट्टी में लोट लोट कर श्रीकृष्ण खेलते थे इसीलिए यहाँ की रेत में लोटना बहुत ही पवित्र माना जाता है |
यह वही स्थल है जहाँ भगवन श्री कृष्ण का बाल्यकाल बीता था इस भवन में ८४ खम्भे है |