Missing Travel Due To Corona Virus in 2020 in Hindi
Missing Travel यह शब्द आजकल हमें हर घुमक्कड़ी के सोशल मीडिया पर देखने को मिल जाता है और सिर्फ घुमक्कड़ी ही नहीं लगभग सभी मई जून की छुट्टियों में कही न कही घूमने जरूर जाते है लेकिन इस बार सभी के प्लान कैंसिल हो गए जिसका कारण कोरोना वायरस रहा इस वायरस के चलते टूरिज्म को एक बड़ा नुकसान हुआ है |
Missing Travel
आजकल घूमने का शौक सभी को होता है खासकर इन मई जून की स्कूल की छुट्टियों में सभी बच्चे और बच्चो के साथ उनके अभिभावक भी घुमक्कड़ी का आनन्द लेते है लेकिन इस बार २०२० में या यह संभव न हो पाया क्यूंकि सम्पूर्ण विश्व में एक ऐसा वायरस आया जिसके आगे सभी बेबस हो गए | मैंने सोशल मीडिया पर कई बार Missing Travel लिखा देखा बस तभी सोचा चलो कुछ इस विषय पर अपने विचार रखे जाए |
कोरोना वायरस से क्यों हुई ट्रेवलिंग प्रभावित
देखिये सभी जानते है की अगर आप को कही भी घूमने जाना है तो आपको भीड़ में से ही होकर जाना पड़ेगा चाहे वो भीड़ ट्रेन में मिले या प्लेन या वो भीड़ मन्दिर की लाइन की हो चाहे गुरूद्वारे के लंगर की कहने का मतलब अगर आप घर से निकलेंगे ट्रेवल करने के लिये तो आपको तमाम भीड़ का सामना करना ही पड़ेगा और ये भीड़ कोरोना वायरस के लिये खतरनाक है , कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टेंसिंग ही है मतलब एक -दूसरे से उचित दूरी जोकि घुमक्कड़ी में सम्भव नहीं था इसी वजह से सम्पूर्ण घुमक्कड़ी कोरोना वायरस से प्रभावित हुई और हम सब Missing Travelling करने लगे |
भारत में कब से रोकी गई ट्रेवलिंग
मार्च 2020 में कोरोना वायरस भारत मे कदम रख चुका था और अपना प्रसार भी शुरू कर दिया था इसीलिए हमारे प्रधानमन्त्री श्रे नरेन्द्र मोदी जी ने 22 मार्च रविवार के दिन सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू की अपील की जिसे हम हिन्दुस्तानियों ने अपनाया और पूरे मन से अपने घरो में रहकर जनता कर्फ्यू का स्वागत किया तो समझ लीजिये इसी दिन से घुमक्कड़ी प्रभावित हो चुकी थी |
अच्छा Missing Travel शब्द को तब और बल मिला जब प्रधानमंत्री जी ने पहले लॉकडाउन का एलान कर दिया जो की 25 मार्च से लेकर 14 अप्रेल का था इस लॉकडाउन में सब कुछ बंद कर दिया गया बिलकुल अपना देश रुक गया न ट्रेन न बस न मंदिर ना मस्जिद न रेस्टोरेन्ट न होटल ना घूमना ना फिरना बस तबसे आप मान लीजिये की हमलोग घुमक्कड़ी को बस तस्वीरो में ही याद कर रहे है |
कुछ ऐसे उपाय जिनसे घुमक्कड़ अपनी घुमक्कड़ी से जुड़े रहे
देखिये अब घूमना तो सम्भव नहीं था लॉकडाउन में तो बहुत से घुमक्कड़ी लोगो ने अपना समय कुछ न कुछ ऐसा करके व्यतीत किया जिनसे उन्हें घूमने का डिजिटली मजा मिलता रहा आइये जानते है वो उपाय –
- ब्लॉग – आजकल बहुत से ब्लॉग है अंग्रेजी में हिंदी में जो आपको यात्राओ से सम्बंधित जानकारियां देते है जिनसे हमको बहुत मदद मिलती है कुछ ब्लॉग तो ऐसे ऐसे है जिन्हे आप पढ़ ले तो आपको उस टूरिस्ट प्लेस की समास्त जानकारी जैसे कैसे पहुंचे कहा रूके क्या क्या घूमे क्या खाए पीये सब जानकारी मिल जाती है जिनसे हमें बहुत लाभ होता है मैंने तो इस लॉकडाउन में बहुत से ब्लॉग पढ़े और अपनी एक डायरी में महत्वपूर्ण चीजो को नोटडाउन किया जिससे आगे जब भी घूमने जाऊँगा कुछ तो आराम मिलेगी |
अच्छा कुछ ब्लॉग ऐसे भी है जहाँ हम यात्रा वृत्तांत , यात्रा संस्मरण पढ़ सकते है जिन व्यक्तियों को ये पढने में रूचि थी उन्होंने इस प्रकार के ब्लॉग से अपना Missing Travelling का कीड़ा कुछ हद तक शांत किया | - >अब जिन्हें पढने का शौख नहीं उन लोगो ने बिलकुल यही काम youtube , इन्स्टाग्राम IGTV जैसे विडियो प्लेटफ़ॉर्म पर किया और विडियो देखके काफी कुछ सीखा और अपने मन पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस की जानकारी और तस्वीरे एकत्र की |
- >अच्छा बहुत से फेसबुक ग्रुप , फेसबुक पेज , इन्स्टाग्राम पेज है जहाँ आपको एक से बढ़कर एक अच्छी ट्रेवलिंग तस्वीरे और तमाम जानकारिय मिलती रहती है तो लोगो ने सोशल मीडिया का भी उपयोग भी सही तरीके से किया |
ये जो उपाय थे ये तो सब डिजिटली तरीके से संभव थे लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसी भी है जो इतने डिजिटल नहीं थे तो उन्होंने Missing Travel शब्द का दर्द कम करने के लिए ट्रेवलिंग बुक्स को पढना उचित समझा |
आप नीचे की पोस्ट भी पढ़ सकते है –
Travel Songs – सफ़र में सुने जाने वाले गानों का कलेक्शन
Best Bollywood Travel Movies – ऐसी फिल्मे जो घुमक्कड़ी को प्रोत्साहन देती है
अनलॉक १ और घुमक्कड़ी
भारत सरकार ने 1 जून से चरणबद्ध तरीके से देश को खोलने की प्रक्रिया को शुरू किया लेकिन अभी भी कोरोना के केस कम नहीं हुए थे लेकिन अब भारत इस वायरस के ट्रीटमेंट के लिए तैयार है तो अब 1 जून से देश धीरे धीरे सारे नियमो को अनुसरण करते हुए देश को अनलॉक किया जा रहा है लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं है कि हम सब आप चाहे जैसे चाहे जहाँ घुमने निकल जाए क्यूंकि अभी भी खतरा तो है ही |
8 जून से देश के धार्मिक स्थलों को दर्शन हेतु खोल दिया गया है लेकिन आपको कुछ बातो का विशेष रूप से ध्यान देना है जैसे मास्क लगाना अनिवार्य है , आपको मूर्तियाँ नहीं छूनी है , सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है , हाथो को साफ़ रखना है , अब Missing Travel को कुछ हद तक राहत जरूर मिली है |
कुल मिलाकर जो मुझे समझ आया वो ये की आप जिस शहर में रहते है वहां के धार्मिक स्थल पर भारत सरकार के सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए जा सकते है और यदि अत्यधिक जरूरी हो तो ही आप शहर से बाहर के धार्मिक स्थलों पर जाय |
बाकी अभी समस्त पर्यटन स्थलों पर आवाजाही लगभग बंद ही है और न ही कोई सलाह देता है की आप इस समय कही कोई टूर प्लान करे क्यूंकि यह बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है |
Final Words
मेरी व्यक्तिगत सलाह यही है की अभी हम सब Missing Travel शब्द का इस्तेमाल करते रहे और घूमने से बचे रहे यदि बहुत ज्यादा जरूरी हो तभी कही जाए और मास्क का और सोशल डिस्टेसिंग का पालन अवश्य करे औ बिलकुल निश्चिन्त रहे कुछ दिनों बाद सब कुछ नार्मल हो जाएगा और हम सभी घुमक्कड़ी दुबारा से घूमने निकलेंगे |
बहुत ही सामयिक व रोचक जानकारी। पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ फ़ेसबुक के द्वारा बताये जाने पर। ऐसे ही लिखते रहें
धन्यवाद मनीषा जी