Lucknow me Ghumne Ki Jagah | घूमो लखनऊ दिनभर में
Lucknow me Ghumne Ki Jagah Sirf Ek din me
Lucknow me Ghumne Ki Jagah में सबसे पहले लखनऊ को जान लेते है , नवाबो का शहर लखनऊ भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है लखनऊ अपनी सादगी , कला , तहजीब , मेहमाननवाजी , संस्कृति , तमाम एतिहासिक धरोहरों , आधुनिक पार्को , साफ़ सुथरी सड़के आदि के लिए समस्त विश्व में जाना जाता है यहाँ पर देश-विदेश से पर्यटक आते रहते है , लखनऊ शहर गोमती नदी के किनारे बसा हुआ एक एतिहासिक स्थल है |
लखनऊ के पर्यटन स्थल (Lucknow me Ghumne Ki Jagah) की बात करे तो यहाँ पर तमाम दार्शनिक स्थल है जो कि सैलानियों को लुभाते है परन्तु यदि हम पर्यटन के नजरिये से देखे तो आज यहाँ एतिहासिक स्थलों के आलावा तमाम आधुनिक पार्क , चिड़ियाघर ,आदि भी तमाम ऐसे स्थल है जो पर्यटकों को पसंद आते है |
इस पोस्ट में हम सम्पूर्ण लखनऊ के पर्यटन स्थल पर चर्चा न करकेआपको कुछ ऐसे दार्शनिक स्थल बताएँगे जो आसपास ही हो कहने का तात्पर्य इस पोस्ट के माध्यम से हम लोग चलेंगे ऐसी जगहों पर जहां आपको 2-3 किलोमीटर के दायरे में बहुत सारे आकर्षण के केंद्र मिल जायेंगे |
लखनऊ कैसे पहुचे – How to Reach Lucknow
दोस्तों यहाँ पहुचना बहुत ही आसान है यह उत्तर प्रदेश की राजधानी है और काफी बड़ा शहर है जो की समस्त मार्गो से अच्छी तरह जुड़ा है –
- लखनऊ में चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एअरपोर्ट अमौसी में स्थित है और यह भारत के लगभग समस्त शहरो से जुड़ा हुआ है यहाँ से कुछ विदेश के लिए भी फ्लाइट मौजूद है लखनऊ के एअरपोर्ट का IATA कोड LKO है |
- चारबाग रेलवे स्टेशन एक मशहूर रेलवे स्टेशन है यहाँ से पूरे देश के लिए आपको रेलगाड़ियाँ मिल जाएँगी बहुत ही अच्छी तरह से समूचे देश से लखनऊ का रेल मार्ग जुड़ा हुआ है चारबाग के आलावा भी यहाँ कई छोटे छोटे रेलवे स्टेशन मौजूद है जैसे ऐशबाग , बादशाहनगर , डालीगंज , सिटी स्टेशन , गोमती नगर , मोहिबुल्लाह्पुर आदि |
- लखनऊ सड़क मार्ग से भी समूचे भारत से अच्छी तरह से जुड़ा है तमाम छोटे-बड़े शहरो से लखनऊ के लिए सीधी बस सेवायें उपलब्ध है केसरबाग , आलमबाग , चारबाग यहाँ के मुख्य बस अड्डे है |
लखनऊ में कहाँ रुके – Where to Stay in Lucknow
जैसे ही आप चारबाग रेलवे स्टेशन से बाहर निकलोगे आपको लाइन से तमाम होटल दिख जायेंगे इतमिनान से आप होटल देखिये यहाँ आपको कम से कम 500 तक में होटल उपलब्ध है बाकि जितना महंगा लेना चाहे मिल जायेगा , वैसे यहाँ पर आपको तमाम धर्मशालाए भी मिल जाएँगी |
लखनऊ के अमीनाबाद में झंडे वाला पार्क के पास एक बहुत ही बजट फ्रेंडली धर्मशाला है जिसका नाम छेदी लाल धर्मशाला है और हम देखे तो चारबाग के नाका हिंडोला में विनायक धर्मशाला है और चारबाग में शाह गया प्रसाद धर्मशाला और मुन्ने लाल जी जैन धर्मशाला है |
परन्तु मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि आप लखनऊ में धर्मशाला के चक्कर में न पड़े आप अपने बजट के अनरूप कोई होटल देख ले चाहे तो आप ऑनलाइन होटल बुक कर ले या लखनऊ आके आप बुक कर सकते है कारण यह है की लखनऊ में हर budget के होटल उपलब्ध है . Lucknow me Ghumne Ki Jagah की पोस्ट में ठहरने की बात करना जरूरी था |
Ek Din me Lucknow me Ghumne Ki Jagah – एक दिन का लखनऊ टूर
जैसा की हम आपको ऊपर बता चुके है की इस पोस्ट में हम पूरा लखनऊ कवर नहीं कर रहे परन्तु हम आपके लिए कुछ ऐसी जगहो के बारे में बताएँगे जो आसपास ही मतलब आप एक दिन में बड़े आराम से इन जगहों पर घूम सकते हो |
सबसे पहले तो आप चारबाग या अमौसी जहा भी हो वहा से ऑटो या ओला या उबर या अन्य कोई भी टैक्सी बुक कर ले और जो लिस्ट में मै आपके दे रहा हू वो सारी जगहे अपने ड्राईवर को बता दे –
- हनुमान सेतु मंदिर – Hanuman Setu Mandir
- हनुमंत धाम होटल क्लार्क अवध के पास – Hanumant Dham
- मनकामेश्वर मंदिर डालीगंज – Mankameshwar Mandir
- रेजीडेंसी – Residency
- शहीद स्मारक पार्क | Shaheed Smarak Park
- गौतम बुद्धा पार्क – Gautam Buddha Park
- हाथी पार्क – Hathi Park
- बड़ा इमामबाड़ा ( भूलभुलैया ) – Bara Imambara
- लक्ष्मण टीला
- नींबू पार्क – Nibu Park
- रूमी दरवाजा – Roomi Darwaja
- क्लॉक टावर – Clock Tower
- छोटा इमामबारा – Chota Imambara
- पिक्चर गैलरी – Picture Gallery
- जामा मस्जिद – Jama Masjid
- रामकृष्ण मठ – Ramkrishna Math
यह तो हो गई Lucknow me Ghumne Ki Jagah की एक ऐसी पर्यटन स्थल की लिस्ट जो आप एक दिन के टूर में भी घूम सकते है क्यूंकि ये सारे स्थल आसपास ही है चलिए अब एक एक करके इनके बारे में जान लिया जाय –
हनुमान सेतु मंदिर – Hanuman Setu Mandir
चलिए शुरुवात करते है संकटमोचन महाबली हनुमान के दर्शन से हनुमान सेतु मंदिर लखनऊ विश्विद्यालय के पास गोमती नदी के किनारे पर है यह लखनऊ का जाना माना मंदिर है यहाँ पर भक्तो का ताँता लगा रहता आप यहाँ जरूर जाये और हनुमान जी के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य बनाये Lucknow me Ghumne Ki Jagah की इस एक दिन की ट्रिप का यह एक महत्वपूर्ण स्थल है इस मंदिर को बाबा नीम करोरी ने बनवाया था |
हनुमंत धाम बाबूगंज हसनगंज होटल क्लार्क अवध के पास
वैसे तो यह हनुमान जी का मंदिर लगभग 400 साल पुराना है लेकिन इस मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया गया हर अब यह एक अत्यन्त भव्य मंदिर के रूप में स्थापित है हनुमंत धाम हनुमान सेतु मंदिर से थोडा आगे बढ़ने पर गोमती नदी के पुल को पार करके परिवर्तन चोक से होटल क्लार्क अवध की तरफ है |
इस मंदिर को गोमती नदी के किनारे पर बनाया गया है यहाँ पर हनुमान जी की लगभग सवा लाख प्रतिमाये पेंटिंग है , यहाँ आकर आपको एक अद्भुत दिव्यता का एह्साह होगा इस मंदिर की सुंदरा अद्वितीय है तो आप लखनऊ आकर इस पर्यटन स्थल को छोड़ नहीं सकते है |
मनकामेश्वर मंदिर डालीगंज – Mankameshwar Temple
इस शिव पार्वती के मनकामेश्वर मंदिर की लखनऊ वासियों में बहुत आस्था है यहाँ के स्थानीय लोगो के अनुसार यह मंदिर बहुत पुराना है यह मंदिर भी गोमती नदी के किनारे पर डालीगंज में है यहाँ की मान्यता है यदि कोई यहाँ पर आरती में उपस्थित होकर सच्चे मन से भोले बाबा से कुछ मांगता है तो उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है , अच्छा यहाँ की एक और खास बात यह मंदिर हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई सारे धर्म के श्रधालुओ के लिए खुला रहता है तो सुझाव है मेरा बिलकुल भी इस मंदिर को मिस ना करे , Lucknow me Ghumne Ki Jagah में मनकामेश्वर मन्दिर अग्रणी है |
रेजीडेंसी- Residency
चलिए अब बढ़ते है Lucknow me Ghumne Ki Jagah के एक एतिहासिक स्थल रेजीडेंसी की और इस भवन का निर्माण नवाब आसिफउद्दौला ने करवाया था परन्तु इस भवन को अंग्रेजो में सन 1857 में अपने कब्जे में कर लिया इसीलिए इसको रेजीडेंसी कहा जाता है वैसे इसका प्राचीन नाम बेलीशारद था |
अब रेजीडेंसी देखने के बाद आप इसी के सामने स्थित शहीद स्मारक पार्क को भी देख ले इस पार्क में एक सफ़ेद रंग के संगमरमर की स्मारक है जिसे शहीद स्मारक कहा जाता है यहाँ स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान हुए शहीदों और कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को श्रधांजलि दी गई है , Lucknow me Ghumne Ki Jagah के इस लेख में शहीद स्मारक एक गौरवपूर्ण स्थल है |
गौतम बुद्ध पार्क – Gautam Buddha Park
अब शहीद स्मारक पार्क से आगे चलते है थोड़ी ही दूरी पर गौतम बुद्धा पार्क है जो की लखनऊ शहर का जाना माना पार्क है , भगवान् बुद्ध की एक बड़ी सी प्रतिमा यहाँ लगी हुई है और यहाँ पर कई झूले है जो बच्चो को अपनी और आकर्षित करते है इस पार्क में बनी हुई कृत्रिम नहर में आप बोटिंग का आनंद उठा सकते है , गौतम बुद्ध पार्क में कई तरह के झूले , फ़व्वारे , रेलिंग्स , हरे भरे पेड़ उपलब्ध है . यह पार्क Lucknow me Ghumne Ki Jagah का एक ऐसा स्थल है जहाँ आप परिवार सहित जाकर पिकनिक मना सकते हो |
गौतम बुद्ध पार्क के समीप ही हाथी पार्क भी है यहाँ भी आप जा सकते और यहाँ की हरी भरी सुन्दरता भी देख सकते है |
बड़ा इमामबाड़ा ( भूलभुलैया ) – Bara Imambara
dosto Lucknow me Ghumne Ki Jagah में नवाब आसिफुद्दौला द्वारा बनवाई गई यह इमारत बेजोड़ वास्तुकला से सुसज्जित है इस अद्वितीय ईमारत को बड़ा इमामबाड़ा नाम से जाना जाता है इस ईमारत के ऊपर के हिस्से में भूलभुलैया है यहाँ पर लगभग 409 बिना दरवाजे के गलियारे है वैसे तो इसका निर्माण नवाब साहब ने सुरक्षा के लिए करवाया था क्यूंकि जो इस भूलभुलैया में आ गया उसका निकल पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है यहाँ जब भी आप जाये तो एक ट्रेवल गाइड जरूर कर ले वर्ना आपको भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है |
बड़ा इमामबाड़ा में एक बहुत बड़ा कमरा है इस कमरे की खास बात यह है कि यदि आप इस कमरे के एक कोने में ताली बजाते हो या कोई कागज फाड़ते हो तो इसी कमरे के दुसरे कोने में कागज फाड़ने और ताली बजने की आवाज साफ़ साफ़ सुनी जा सकती है जब हम लोग यहाँ गए थे तो ट्रेवल गाइड ने हमको यह बात बताई पर हमको यकीन ही नहीं हुआ परन्तु जब उसने यह कारनामा हमें सजीव करके दिखलाया हम तो दंग ही रह गए अजीब सी विज्ञान है , इतिहास के दृष्टिकोण से Lucknow me Ghumne Ki Jagah में भूलभुलैया भी अहम है |
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सीतापुर रोड पर स्थित लखनऊ के दो प्रसिद्ध मन्दिर
लक्ष्मण टीला भी एक एतिहासिक स्थल है जो कि बड़ा इमामबाड़ा के समीप ही स्थित है कहा जाता है की मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् राम के अनुज भाई लक्ष्मण जी ने यह टीला बनवाया था वैसे अब तो यहाँ पर आलमगीर मस्जिद है |
नींबू पार्क भी यही समीप में ही स्थित है आप यहाँ पर भी कुछ वक्त गुजार सकते है
रूमी दरवाजा – Roomi Darwaja
Lucknow me Ghumne Ki Jagah में रूमी दरवाजा का अहम् योगदान है यह स्थल बड़ा इमामबाड़ा के थोडा सा आगे है इस दरवाजे की ऊंचाई लगभग 60 फुट होगी इसको नवाब आसिफुद्दौला ने बनवाया था रूमी दरवाजे में न ही कही पर लकड़ी दिखाई देती है न ही लोहा समझ नहीं आता इतना सुन्दर दरवाजा उस समय के कारीगरों ने कैसे बनाया होगा , रूमी दरवाजा को तुर्किश गेट के नाम से भी जाना जाता है , यह दरवाजा लखनऊ की एक शानदार इमारतो में से एक है |
छोटा इमामबाड़ा – Chota Imambara
शानदार , भव्य झूमर यहाँ की खास पहचान है जिन्हें आप देखकर स्तब्ध हो जायेंगे और अपने आप ही इन झूमरो की तारीफ करने लगेंगे इस ईमारत को आप अन्दर से देखे या बाहर से बस आपको भव्यता ही दिखाई देगी इसका निर्माण अवध के नवाब मुहम्मद अलीशाह ने करवाया था जब हम यहाँ गए थे एक स्थान पर लिखा हुआ था की ” यह एक धार्मिक स्थल है जहां महिलाओ को हिजाब में रहना आवश्यक है जिसके अन्तर्गत चुनरी दुपट्टा पहनना अनिवार्य है Lucknow me Ghumne Ki Jagah में यह स्थल भी प्रमुख है |
यहाँ पर एक शाही हम्माम है जो अपने आप में एक बेजोड़ कारीगरी है इस शाही हम्माम में गोमती नदी से सीधा पानी आता है और इसमें दो हौज बनी हुई है एक में पानी ठंडा रहता है और दुसरे हौज में गर्म पानी आता है ,आप जैसे ही मैं गेट से प्रवेश करके अन्दर जाते है सबसे पहले आपको एक बड़ा ही सुन्दर सा तालाब दिखाई देगा और उसी के सामने चमचमाता हुआ छोटा इमामबाड़ा बेहद सुन्दर लगता है , यदि हम Lucknow me Ghumne Ki Jagah की बात करे तो उसमे छोटा इमामबाड़ा भी एक एतिहासिक पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है |
जैसे ही छोटा इमामबाड़ा देखने के बाद बहार आयेंगे थोड़ी ही दूरी पर आपको पिक्चर गैलरी दिखाई देगी इस अद्भुत पिक्चर गैलरी को मुहम्मद शाह ने बनवाया था और आज यहाँ पर ज्यादातर नवाबो की जीवन शैली की चीजे राखी हुई है और कुछ एतिहासिक वस्तुये भी यहाँ पर पर्यटकों के लिए रखी गई है |
घड़ी मीनार – Clock Tower (Lucknow me Ghumne Ki Jagah)
पिक्चर गैलरी देखने के बाद हम रुख करते है घड़ी मीनार की और का जिसे क्लॉक टावर या घंटाघर कहते है सच में एक अनूठा घंटाघर है इसे भारत के सबसे ऊँचे घंटाघर का दर्जा मिला हुआ है इसकी ऊंचाई 221 फुट है , इसके आसपास बच्चो के खेल खिलोनो की दुकाने काफी आकर्षित करती है हम जब यहाँ गए थे तो यहाँ पर बैटरी से चलने वाली छोटी छोटी कार और मोटरसाइकिल बच्चो के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी , क्लॉक टावर Lucknow me Ghumne Ki Jagah में खासा प्रचिलित है |
जामा मस्जिद हुसैनाबाद
यह Lucknow me Ghumne Ki Jagah की प्रख्यात मस्जिद लखनऊ के हुसैनाबाद इलाके में छोटा इमामबाड़ा के समीप ही स्थित है इसको नवाब मोहम्मद अलीशाह ने बनवाना शुरू किया था परन्तु उनकी मृत्यु के बाद जामा मस्जिद को नवाब की बेगम ने पूरा करवाया था यह मस्जिद इतनी आलीशान बनी है कि जब आप इसको देखोगे तो एक बार स्तब्ध अवश्य हो जाओगे क्या पुराने ज़माने के कारीगरों के पास इतनी कुशलता थी इतनी गज़ब की नक्खाशी है इस मस्जिद में कि पूछिए मत |
रामकृष्ण मठ निरालानगर – Ramkrishna Math
रामकृष्ण मठ , हनुमान सेतु से लगभग 2 किलोमीटर और जामा मस्जिद से लगभग 4 किलोमीटर होगा यह मठ निरालानगर में है समय निकलकर कुछ देर के लिए यहाँ अवश्य जाये Lucknow me Ghumne Ki Jagah के दृष्टिकोण से यह मठ एक अनोखा स्थल है लखनऊ शहर की भीड़ भाड़ से परे यह मंदिर शानदार और उत्कृष्ट दिखाई देता है जैसे ही आप मेन गेट से अन्दर जाओगे चारो तरफ हरियाली तरह तरह के फूल आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे अब आप इस मंदिर में प्रवेश करते हो तो आपको सामने श्री रामकृष्ण , माँ शारदा और स्वामी विवेकानंद की मुर्तिया दिखाई देंगी और भी तमाम प्राचीन चीजे आप यहाँ देख पायेंगे और सबसे बड़ी चीज एक अजीब सा सकूं मिलता है इस स्थल पर तो यहाँ भी अवश्य जाये |
ये तो हो गए कुछ खास खास Lucknow me Ghumne Ki Jagah आप चाहे और समय हो आपके पास तो लखनऊ विश्विद्यालय भी आप देख सकते हो यह भी वास्तुकला का एक उत्तम उदहारण है , और इसी विश्विद्यालय से थोड़ी दूरी पर बेगम हज़रत महल पार्क भी है और इस पार्क के समीप सआयत अली के मकबरे स्थित है जो भी आप देख सकते है और क्या बचा अरे हाँ टीले वाली मस्जिद भी देख सकते यह मस्जिद भी जामा मस्जिद की तरह एक धार्मिक स्थल और भव्य है यह मस्जिद रूमी दरवाजा से लगभग 400 मीटर की दूरी पर है |
निष्कर्ष – Conclusion
देखा दोस्तों मैंने आपको Lucknow me Ghumne Ki Jagah के कुछ ऐसे पर्यटन स्थल बताये जो की आसपास ही है इनमे बड़ा इमामबाड़ा , लक्ष्मण टीला , रूमी दरवाजा ,नीबू पार्क , टीले वाली मस्जिद , क्लॉक टावर , पिक्चर गैलरी , छोटा इमामबाड़ा , जामा मस्जिद इतने पर्यटन स्थल मात्र 1 किलोमीटर के दायरे में ही है |
रेजीडेंसी , शहीद स्मारक पार्क , गौतम बुद्ध पार्क , हाथी पार्क , लखनऊ विश्विद्यालय , सफ़द बारादरी , बेगम हज़रात महल पार्क , हनुमान सेतु मंदिर , मनकामेश्वर मंदिर , रामकृष्ण मठ ये सब स्थल भी मात्र 2 किलोमीटर के दायरे में है |
ये थी हमारी एक दिन की या कहे 2-3 किलोमीटर के दायरे के Lucknow me Ghumne Ki Jagah की विस्तारपूर्वक पोस्ट आशा करता हु आपको अच्छी लगी होगी यह पोस्ट यदि कोई त्रुटि रह गई हो तो कृपया हमें जरूर बताये |
आपने लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा के बारे में जो जानकारी बताइए वह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है यह जानकारी को पढ़कर हमें बहुत ज्यादा खुशी मिली है और हम लखनऊ आकर इमामबाड़ा घूमने जरूर जाएंगे
जी धन्यवाद
Ah, the allure of Lucknow – where every corner seems to whisper tales of a glorious past and vibrant present. Embarking on a journey through this city is like stepping into a timeless tapestry woven with architectural wonders, cultural treasures, and a palpable sense of heritage. Whether you’re wandering through the historical marvels of Bada Imambara and Residency, or getting lost in the bustling lanes of Hazratganj, Lucknow never ceases to amaze. And let’s not forget the culinary odyssey – from the heavenly kebabs to the delicate artistry of the biryanis, each bite is an ode to Awadhi flavors. So, fellow adventurers, if you’re seeking an experience that blends history, flavors, and the warm embrace of Lucknawi hospitality, don’t miss the chance to explore every nook and cranny of this captivating city!”
thanks
लखनऊ घूमने के बारे में आपने अच्छी जानकारी बताई है |
धन्यवाद
Sir, Apka Blog bahut hi accha lga…kabhi achha likha hai apne ..thanks for sharing this type of blog.
धन्यवाद सर