Information of Lotus Temple in Hindi | Delhi ka Kamal Mandir
Information of Lotus Temple in Hindi की इस पोस्ट में आज हम आपको नई दिल्ली के एक ऐसे पर्यटन स्थल की जानकारी देने वाले है जहाँ जाकर आप इस शहर की भाग दौड़ वाली लाइफ को भूल जायेंगे आपके मन मंस्तिष्क को यहाँ शान्ति का एहसास होगा , इस जगह का नाम कमल मन्दिर है जो रेड फोर्ट इंडिया गेट कुतुबमीनार की ही तरह प्रसिद्ध है |
Delhi ka Kamal Mandir एक अलग तरह का धार्मिक स्थल है इसे बोलते तो मन्दिर है लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की यहाँ किसी भी तरह की कोई भी भगवान की प्रतिमा नहीं है यह सिर्फ आपके मन की शान्ति के लिये बनाया गया एक खूबसूरत धार्मिक स्थल है |
मन की शान्ति पाने के लिए लोग यहाँ खिचे चले आते है तो इस कमल मन्दिर को आप एक उपासना मंदिर भी कह सकते है यहाँ की वास्तुकला , मन्दिर के पास बने तालाब , हरे भरे मैदान आपको अत्यधिक प्रभावित करेंगे |
Information of Lotus Temple in Hindi – कमल मन्दिर घूमने की सम्पूर्ण जानकारी
चलिए अब हम लोग और अधिक जानकारी इस लोटस टेम्पल की ले लेते है देखिये यह एक बहाई उपासना मंदिर है , अच्छा बहाई एक धर्म है और नई दिल्ली के इस कमल मंदिर की तरह दुनिया में 6 ओर मंदिर है जो की सिडनी ऑस्ट्रेलिया , कम्पाला युगांडा , पनामा , विलमेट अमेरिका , फ्रेंकफर्ट जर्मनी , समोआ और इनमे से जो भारत में स्थित कमल मंदिर है वो सातवे नंबर पे है |
बहुत दूर दूर से पर्यटक इस अनूठे मन्दिर में आते है और अपने आप को रिफ्रेश करते है बहुत से पर्यटक इस मंदिर की आकृति जो कमल के समान है देखने आते है वही बहुत से ऐसे पर्यटक भी होते है बहाई धर्म के अनुयायी होते है वो भी यहाँ आते है कुल मिलाकर नई दिल्ली का यह कमल मन्दिर बहुत ही ज्यादा देखा जाने वाला एक टूरिस्ट पॉइंट है |
लोटस टेम्पल कैसे पहुंचे – How to Reach Lotus Temple Delhi in Hindi
यदि आप भारत की राजधानी दिल्ली में है या दिल्ली घूमने आये है तो आपको लोटस टेम्पल जरूर आना चाहिए यह अद्भुत मन्दिर नई दिल्ली में नेहरु प्लेस नाम की जगह पर स्थित है यहाँ आने के लिये सबसे पहले आपको दिल्ली आना पड़ेगा |
मै यह मानकर चल रहा हु कि आप दिल्ली में है अब आप जहाँ भी है मतलब रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड या एअरपोर्ट या दिल्ली में ही कही और सबसे पहले आओ कालकाजी और फिर कालकाजी से आप चाहे तो ऑटो कर ले यह पैदल ही टहलते हुए लोटस टेम्पल आ जाए |
अब कालकाजी आप बस से भी आ सकते है टेम्पो से भी और अपने साधन से भी लेकिन मेरे हिसाब से सबसे बेस्ट है दिल्ली मेट्रो होगी कालकाजी एक मेट्रो स्टेशन भी है जो वायलट लाइन पर स्थित है आप कालकाजी मेट्रो स्टेशन आये |
फिर वहां से पैदल ही लोटस टेम्पल जाया जा सकता है तो कुल मिलाके आपको कालकाजी और नेहरु प्लेस ये दो नाम याद रखने है , Information of Lotus Temple in Hindi के आर्टिकल में लोटस टेम्पल तक आने की बात हो गई अब अन्य जानकारियां भी लेते है |
लोटस टेम्पल नई दिल्ली की टाइमिंग – Timing of Lotus Temple Delhi in Hindi
यह प्रश्न भी अनिवार्य है आपको यह जानकारी होनी ही चाहिए की यह मन्दिर किस दिन खुलेगा और किस दिन बंद रहेगा फिर कितने बजे से खुलता है आदि तो सबसे पहले यह बता दे कि लोटस टेम्पल मंगवार से लेकर रविवार तक पर्यटकों के लिए ओपन रहता है और सोमवार के दिन यह पुर्णतः बंद रहता है |
टाइमिंग की बात करे तो यह गर्मी के दिनों में सुबह 9 या साढ़े 9 बजे से शाम सात बजे तक खुला रहता है वही सर्दियों में यह सुबह साढ़े 9 या 10 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक खुला रहता है |
परन्तु कोरोना के बाद से इस मंदिर की टाइमिंग बदल गई अब यह मंदिर रविवार को बंद रहता है और बाकी दिनों में सुबह 8 से 10 खुलता है और शाम को 4 से 6 ही खुलता है और आजकल लोटस टेम्पल का मुख्य मन्दिर बंद मतलब आप मन्दिर के अन्दर नहीं जा सकते है |
कमल मन्दिर किसने बनवाया – Kamal Mandir Kisne Banvaya
इस बहाई मन्दिर का निर्माण बहाई धर्म के संस्थापक बहा उलाह ने करवाया था जो की कनाडा में रहते थे और इस बेजोड़ वास्तुकला के मंदिर की वास्तुकला का कार्य एक इरानी वास्तुकार फरिबोर्ज सहबा ने किया था सहबा साहब को इस मन्दिर की अद्भुत वास्तु के लिए कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है |
कब बनाया गया लोटस टेम्पल _ Delhi ka Kamal Mandir Kab Banaya gaya
नवम्बर सन 1986 को लोटस टेम्पल का निर्माण पूरा हुआ था उसके बाद इस मंदिर का उद्घाटन 24 दिसम्बर सन 1986 को किया गया था लेकिन अभी भी यह आम पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया था |
लोटस टेम्पल आम पब्लिक के लिए 1 जनवरी 1987 को ओपन हुआ था इसके बाद सन 2003 में इस मन्दिर प्रांगण में एक सुचना केंद्र भी बनवाया गया था |
क्यों ख़ास है लोटस टेम्पल – Information of Lotus Temple in Hindi
कई वजह है जिसके कारण Delhi ka Kamal Mandir अत्यंत खास है जिसमे सबसे पहली वजह है की यहाँ सभी धर्म वालो को आने की अनुमति है और यहाँ किसी भी देवी देवता की कोई मूर्ति नहीं है न ही किसी प्रकार की कोई पूजा की जाती है यहाँ पर लोग अपने मन की शान्ति के लिए आते है और यह मंदिर सभी धर्मो का सम्मान करता है |
दूसरा कारण है इसकी अद्भुत वास्तुकला और कमल की डिजाइन आपको बता दे यह मंदिर आधे खिले कमल की आकृति में बना हुआ है जिसमे सफ़ेद संगमरमर का प्रयोग किया गया है जो देखते ही बनता है इस आधे खिले कमल में संगमरमर की 27 पंखुडियां है और इन 27 पंखुडियो को 3 तरह से व्यवस्थित किया गया है और यह 9 दरवाजो से घिरा हुआ है और हर दरवाजे के सामने एक सुन्दर तालाब है |
नई दिल्ली स्थित लोटस टेम्पल की अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां
आपको बता दे की यहाँ किसी भी प्रकार की कोई भी एंट्री फीस नहीं और दूसरी बात की यहाँ अत्यधिक भीड़ होती है तो हो सकता है आपको लाइन में लग्न पड़े अब जब आप मन्दिर प्रांगण में आओगे तो मजा आ जायेगा यह विशाल लोटस टेम्पल लगभग 26 एकड़ में बना हुआ है |
Information of Qutub Minar in Hindi – क़ुतुब मीनार की जानकारी
Kannauj Attar Ka Shahar – यहाँ की गलियां भी महकती है और गट्टे में भी मिठास है
Delhi ka Kamal Mandir के प्रवेश मार्ग के चारो तरफ बहुत ही सुन्दर साफ़ सुथरा हरा भरा मैदान है जिसमे कई तरह के फूल आपको देखने को मिल जायेंगे अब जैसा की आपको ऊपर बताया की मुख्या मन्दिर में 9 दरवाजे हो यह भी जान लीजिये की इन 9 दरवाजो के सामने एक एक तालाब भी है जिसमे पानी भरा रहता है |
और इन तालाबों की फर्श नीली है तो यह पान नीला दिखाई पड़ता है और तालाब के आसपास लाल रंग का फर्श है तो यह तालाब फर्श सब अत्यधिक मनोहर दिखाई पड़ता है |
मुख्य मन्दिर में आने के लिए आपको कुछ सीढियां चढ़नी पड़ेंगी और ऊपर जाकर जब आप इन तालाबो को देखोगे तो बिना सेल्फी लिए खुद को रोक नहीं पाओगे बहुत ही सुन्दर नजारा होता है , अब आप जब ऊपर जाओगे तो मुख्य मन्दिर दिखाई देगा जो 9 दरवाजो से घिरा हुआ एक बहुत बड़ा हाल है जहाँ बैठने की समुचित व्यवस्था है और इस हाल में एक साथ 2500 लोग बैठ सकते है |
यहाँ प्रार्थना हाल में आप जोर जोर से बोलके पूजा पाठ नहीं कर सकते है इस प्रार्थना सभा कक्ष की भी डिजाइन शानदार है इस कक्ष को ग्लास से ढका गया है तो यहाँ आपको प्राकृतिक प्रकाश देखने को मिलेगा , हाल में फोटो आदि पर मनाही है और यहाँ आपको बड़ी ही शान्ति के साथ बैठना होता है |
इस लोटस टेम्पल की एक और ख़ास बात है कि यहाँ सौर ऊर्जा का बहुत ही ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है जो कि एक अच्छी बात है इसके अलावा यहाँ एक सूचना केंद्र भी बना हुआ है जिसमे आप ढेर सारी जानकारियां ले सकते है , सूचना केंद्र में आपको लौट्स टेम्पल के बारे में बहाई धर्म के बारे में जानकारियां मिलेंगी और यहाँ एक लाइब्रेरी भी है जिसमे धार्मिक पुस्तके रखी हुई है |
इस कमल मन्दिर के पास में ही इस्कान मंदिर और कालकाजी मंदिर भी है आपके पास समय हो तो आप इन दोनों धार्मिक स्थलों के के भी दर्शन कर ले , इस मंदिर के बाहर आपको तमाम फेरी वाले स्ट्रीट फ़ूड वाले तमाम रेस्टोरेंट मिल जायेंगे यहाँ आप थोड़ी बहुत पेट पूजा भी कर सकते हो |
यहाँ कब जाये – Delhi ka Kamal Mandir Kab Jaye
उत्तर भारत में स्थित इस मन्दिर को आप साल भर में कभी भी जाकर देख सकते है लेकिन यदि आप ठण्डी में जायेंगे तो बेहतर होगा क्यूंकि गर्मियों में यहाँ आपको थोड़ी सी परेशानी हो सकती है एक तो मन्दिर परिसर में गर्मी लगेगी दूसरा यदि आप जूते चप्पल उतार के लोटस टेम्पल के चबूतरे पे जाओगे तो वहां लगे संगमरमर से आपके पैर जल सकते है क्यूंकि संगमरमर बड़ी जल्दी गरम हो जाता है |
लोटस टेम्पल दिल्ली से सम्बन्धित प्रश्न –
लोटस टेम्पल दिल्ली में नेहरु प्लेस के पास है |
लोटस टेम्पल सन 1986 में बनवाया गया था और इसे बहाई धर्म के संस्थापक बहा उलाह ने बनवाया था |
is mandir me kisi bhi bhagvan ki murti nahi hai
दिल्ली के कमल मंदिर में किसी भी देवी देवता की मूर्ति नहीं है यहाँ सभी धर्मो के लेख पढ़े जाते है |
दिल्ली का कमल मंदिर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक पर्यटकों के लिये खुला रहता है |
सोमवार को |
दिल्ली के कमल मंदिर लोटस टेम्पल को ही बहाई मंदिर कहा जाता है |
दिल्ली के कमल मंदिर के पास कालकाजी मेट्रो स्टेशन है |
is post ko shuruat se padhiye isme Information of Lotus Temple in Hindi ke bare me hi bataya gaya hai.
इरानी वास्तुकार फरिबोर्ज सहबा दिल्ली के लोटस टेम्पल के वास्तुकार थे |
जी हाँ कमल मंदिर दिल्ली को कमल की आकृति सा बनाया गया है |
दिल्ली के कमल मंदिर का टिकट निशुल्क है |
आप किसी भी महीने यहाँ जा सकते है बस गर्मी में थोडा आप परेशां हो सकते है |
अंतिम शब्द
भारत की राजधानी में स्थित लोटस टेम्पल एक बहुत ही सुन्दर सभ धर्मो का आदर करने वाला पर्यटन स्थल है यहाँ आप जरूर आये आजकल कोरोना के मद्देनजर यहाँ बिना मास्क एन्ट्री नहीं है तो Information of Lotus Temple in Hindi की इस पोस्ट में मैंने आपको लोटस टेम्पल के बारे में जानकारियां दी यदि कोई त्रुटी हुई हो तो कमेन्ट के माध्यम से बताये हम सुधार कर लेंगे |