History of Rameshwaram Temple in Hindi – रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास
History of Rameshwaram Temple in Hindi की पोस्ट में हम आपको चार धाम में से एक रामेश्वरम धाम का सम्पूर्ण इतिहास और इस धाम से जुड़ी हुई पौराणिक कथाओ के बारे में विस्तार से बतायेंगे |
जिससे आप जब भी यहाँ जाओ तो आपको इस मन्दिर के इतिहास की भी जानकारी हो जो की एक घुमक्कड़ी के लिए जरूरी है सबसे पहले तो यह जान लीजिये कि यह पवित्र मन्दिर भारत के तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुर जिले में स्थित है |
हिन्दू धर्म के हिसाब से देखा जाय तो रामेश्वरम चार धाम में से एक है इसलिए इस स्थल की मान्यता और भी बढ़ जाती है अच्छा एक और महत्वपूर्ण बात रामेश्वरम चार धाम में से तो एक है ही इसके अलावा यह मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंग में से भी एक है |
रामायण के अनुसार रामेश्वरम मन्दिर की पौराणिक कहानी – History of Rameshwaram Temple in Hindi
चलिये अब जानते है कि रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास किस तरह से रामायण से जुड़ा हुआ है देखिये रामायण के बारे में आप सभी अच्छी तरह से जानते ही है फिर भी आपको बता दू लंका के राजा रावण ने भगवान राम की धर्म पत्नी माता सीता का छल से अपहरण किया था |
इसलिए श्रीराम ने लंका पर आक्रमण किया और रावण का वध किया अच्छा रावण राक्षस तो था लेकिन एक विद्वान् पण्डित भी था क्यूंकि रावण की माता राक्षस कुल की थी परन्तु पिताजी ब्राम्हण थे |
तो इस हिसाब से देखे तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने एक ब्राम्हण का वध किया था तो श्रीराम पर ब्राम्हण हत्या का दोष लग गया था अब क्या किया जाता ब्राम्हण हत्या के पाप से मुक्त होना था तो कुछ विद्वान् संत महात्माओं ने सुझाव दिया कि आप भोलेनाथ की पूजा करे तब ही आप ब्राम्हण हत्या के दोष से मुक्त हो पायेंगे |
श्रीराम ने इस सुझाव को स्वीकार किया और भगवान शिव की पूजा की तैयारियों में लग गए अब एक समस्या आ गई की उस जगह कोई भी शिव मंदिर नहीं था अब क्या किया जाए |
तो श्रीराम द्वारा यही निर्णय लिया गया कि इसी द्वीप पर शिवलिंग की स्थापना की जाय तो अब आवश्यकता थी एक शिवलिंग की तो इसका जिम्मा दिया गया हनुमान जी को |
हनुमान जी को यह काम सौंपा गया कि आप कैलाश पर्वत जाकर अतिशीघ्र शिवलिंग लेकर आइये तो वीर हनुमान निकल पड़े , अच्छा कही कही बताया गया है की हनुमान जी शिवलिंग लेने कैलाश पर्वत गए थे तो एक दो जगह मैंने यह भी पढ़ा है हनुमान जी शिवलिंग लेने हिमालय की तरफ गए थे |
हनुमान जी को शिवलिंग लाने में देर हो रही थी तो सीताजी ने वही की रेत से एक सुन्दर शिवलिंग बनाई और श्रीराम ने भोलेबाबा की पूजा अर्चना की और फिर उस रेत से बनी शिवलिंग को वही स्थापित किया और ब्राम्हण हत्या के दोष से मुक्त हुए |
अच्छा फिर हनुमान जी भी शिवलिंग लेकर आ गए तो उस शिवलिंग को भी समस्त विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना करके वही सुशोभित कर दिया गया तो ये थी History of Rameshwaram Temple in Hindi मतलब रामेश्वरम की प्रमुख कहानी जो की रामायण से जुडी हुई है |
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रामेश्वरम मन्दिर से सम्बन्धित अन्य इतिहास – रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास
इतिहास में भी इस मंदिर के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार मन्दिर के गोपुरम के निर्माण की जानकारी मिली है यह गोपुरम प्राप्त जानकारी अनुसार 15वी सदी का बना है जिसे नागूर के एक वैश्य और राजा उदेयान सेतुपति के सम्मिलित प्रयासों से बनवाया गया था |
एक अन्य तथ्य के अनुसार रामेश्वरम मन्दिर 17वी सदी में बनवाया गया था जिसका श्रेय राजा किजवाहन और रघुनाथ किलावन को जाता है |
अच्छा मन्दिर के एक ताम्रपट के अनुसार मन्दिर के मूल लिंग वाले गर्भगृह का निर्माण श्रीलंका के राजा प्रक्रम बाहू ने सन 1173 में करवाया था जितनी जानकारी मुझे प्राप्त हुई उस हिसाब से सेतुपति परिवार का इस मन्दिर के निर्माण और जीर्णोधार में विशेष योगदान है |
रामेश्वरम के इतिहास से साफ़ पता चलता है कि यह एक ऐसा मन्दिर है जहां विष्णु जी के मानव अवतार भगवान श्रीराम ने भगवान शंकर का शिवलिंग स्थापित किया था |
दोस्तों आप जरा गौर करिए जब एक भगवान दूसरे भगवान को किसी स्थल पर पूजा अर्चना करके स्थापित करे तो वह स्थान कितना पवित्र होगा अब आप समझ गए होंगे की आखिर रामेश्वरम की इतनी मान्यता क्यों है |
रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास से सम्बन्धित प्रश्न – History of Rameshwaram Temple in Hindi
तमिलनाडु
रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु राज्यके रामनाथपुर जिले में है |
गोपुरम प्राप्त जानकारी अनुसार रामेश्वरम मंदिर 15वी सदी का बना है जिसे नागूर के एक वैश्य और राजा उदेयान सेतुपति के सम्मिलित प्रयासों से बनवाया गया था |
गोपुरम प्राप्त जानकारी अनुसार रामेश्वरम मंदिर को नागूर के एक वैश्य और राजा उदेयान सेतुपति के सम्मिलित प्रयासों से बनवाया गया था | श्रेय राजा किजवाहन और रघुनाथ किलावन का भी नाम मंदिर निर्माण में आता है |
रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास जानने के लिये यह पोस्ट पढ़े ऊपर समस्त इतिहास को बताया गया है |
निष्कर्ष
दोस्तों History of Rameshwaram Temple in Hindi की पोस्ट में मैंने पूरी कोशिश करी है की आपको रामेश्वरम मन्दिर का इतिहास विस्तार से बताऊ फिर भी यदि कोई त्रुटि रह गई हो तो माफ़ी चाहूँगा |
रामेश्वरम मंदिर में एक भगवान का दुसरे भगवान के प्रति भक्ति भाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है सच मे अत्यंत पवित्र मंदिर है क्यूंकि इस मंदिर की शिवलिंग को बनाया माता सीता ने और स्थापित किया श्रीराम ने तो दोस्तो कमेंट करके बताइए कैसी लगी यह पोस्ट फिलहाल नमस्कार |
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Thanks for your valuable comment.
नमस्कार, आपकी जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद, मुझे इस मंदिर के बारे में कोई पूर्व जानकारी नहीं थी, लेकिन अब मैं समझ गया था कि शहर के केंद्र में स्थित, रामनाथस्वामी मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। लेकिन यह बेहतर होता कि आप मंदिर के बारे में कुछ और रोचक तथ्यों को शामिल कर सकें, इसलिए इस मंदिर के बारे में कुछ विवरण प्रसिद्ध हैं।
नमस्कार आपके कमेन्ट के लिये अभार्जो भी पोस्ट करता हु उसमे समय समय पर अपडेट भी करता रहता हु तो शीघ्र की इस मंदिर से सम्बंधित अन्य जानकारियां भी प्रस्तुत करूंगा आपके सुझाव के लिए धन्यवाद