झांसी का किला घूमने की समस्त जानकारी टाइमिंग प्रवेश शुल्क कैसे पहुंचे आदि
झांसी का किला घूमने से जुडी हुई समस्त जानकारी जैसे यहाँ कैसे पहुंचे टाइमिंग क्या है टिकट कितने की है किले के अन्दर क्या क्या देखे यह किला हमको महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता की याद दिलाता है उत्तर प्रदेश के झांसी के इस ऐतिहासिक किले को देखने के लिए देश भर से पर्यटक आते रहते है |
झांसी का किला
उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर झांसी जो की अपने गौरवशाली इतिहास के लिए दुनिया भर में जाना जाता है रानी लक्ष्मीबाई के किले का निर्माण ओरछा के राजा बीर सिंह जूदेव ने सन १६१३ में करवाया था , भारतीय स्वंत्रतता संग्राम के इतिहास में यह किला बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है अच्छा झांसी का किला जब बनवाया गया था उस समय इस जगह का नाम बलवंतनगर था जो की बाद में झांसी हो गया था |
कैसे पहुंचे इस किले तक – झांसी का किला कहाँ स्थित है ?
देखिये नाम से पता चल जाता है की यह किला भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य के एक जिले झांसी के अन्दर एक पहाडी पर स्थित है अब बात आती है आप यहाँ तक आये कैसे तो देखिये रानी लक्ष्मीबाई के इस किले को देखने के लिये आपको सबसे पहले झांसी शहर आना होगा अब झांसी आने के लिए भारत के लगभग हर बड़े शहर से ट्रेन मिल जाएगी फ्लाइट से आना हो तो यहाँ का सबसे नजदीक का एयरपोर्ट ग्वालियर में है |
वैसे सबसे बेस्ट तो झांसी के लिये ट्रेन ही है बाकी आप अपनी गाडी या बस द्वारा भी यहाँ आ सकते है क्यूंकि यह शहर सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है अब आप झांसी आ गए मैंने मान लिया की आप झांसी रेलवे स्टेशन या बस स्टैण्ड पर है अब आपको किसी से बोल दीजिये की झांसी का किला देखने जाना है हर व्यक्ति आपको ऑटो , या ई रिक्शा या बस की तरफ बता देगा की यहाँ से ये ऑटो या रिक्शा किला जाएगा आपका मन और बजट हो आप अपना एक ऑटो बुक भी कर सकते है |
शहर झांसी में लगभग हर व्यक्ति रानी लक्ष्मीबाई के किले के बारे में जानता है तो आपको यहाँ तक आने में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या नहीं होगी |
रानी लक्ष्मीबाई किले की टाइमिंग और टिकट प्राइस
Jhansi ke kile ki timing
टाइमिंग मतलब की झांसी के किले के खुलने और बंद होने का समय तो आपको बता दे यह किला प्रत्येक दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पर्यटकों के लिये खुला रहता है |
Jhansi ke kile ki Ticket – झांसी की रानी का किला घूमने का प्रवेश शुल्क
आइये आपको झांसी का किला घूमने के प्रवेश शुल्क एन्ट्री फी के बारे में बताते है सबसे पहले यह जान लीजिये की 15 वर्ष तक के बच्चो के लिये प्रवेश निशुल्क रहता है |
बाकी लोगो के लिये प्रवेश शुल्क नीचे बताये है यह फी जनवरी २०२२ की है –
कटागरी | रूपये |
भारतीयों के लिए | नकद मतलब कैश से 25 रूपये और पीओएस द्वारा 20 रूपये |
विदेशी नागरिको के लिये | नकद 300 रूपये और पीओएस द्वारा 250 रूपये |
रानी लक्ष्मीबाई के किले के अन्दर क्या क्या देखे
अब आप जब किले के प्रवेश मार्ग पर आओगे तो आपको सबसे पहले एक रूट मैप का बोर्ड दिखाई देगा जिसमे किले के अन्दर के सभी देखने वाले स्थलों के नाम और उनकी किले के अन्दर की लोकेशन दिखाई देगी आप सबसे पहले उस बोर्ड को समझ ले तो बेहतर रहेगा या फिर वही पर आपको गाइड की भी सुविधा मिल जायेगी यदि आप किले की हर एक चीज और इतिहास को जानना चाहते है तो आप गाइड ही कर ले |
आइये अब हम आपको किले के अन्दर के उन सभी खास खास स्थलों की जानकारी देते है जहाँ आपको जरूर जाना चाहिये –
कड़क बिजली तोप
कड़क बिजली तोप झाँसी के किले में जैसे आप एन्ट्री करोगे तो सबसे पहले ही दिखाई देगी और कड़क बिजली तोप देखकर आपको देशभक्ति और वीरता से ओतप्रोत फीलिंग आयेगी इस तोप का आकार काफी बड़ा है एक और बात इस तोप में मुझे जंग बिलकुल नहीं दिखाई दी थी , गुलाम गौस खां साहब कड़क बिजली तोप को चलाते थे इस तोप की आवाज बहुत तेज थी तो आप कड़क बिजली तोप को जरूर देखियेगा |
पंच महल
यह राजा बीरसिंह जूदेव द्वारा निर्मित करवाया गया एक पंच तलीय महल था रानी लक्ष्मीबाई जी ने इस महल के भूतल का प्रयोग सभा कक्ष के रूप में किया था और जो इस महल का प्रथम तल था वहां रानी ठहरती थी |
गणेश मन्दिर
गणेश मन्दिर झांसी का किला का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है आप यहाँ जरूर आइयेगा यह गणेश मंदिर दो मंजिल का है यह मंदिर मराठा शैली में बना हुआ है , रानी लक्ष्मीबाई गणेश मन्दिर में रोजाना पूजा करने आती थी किले के अन्दर बने इस गणेश मन्दिर में पूजा करने से मनोकामनाये पूरी होती है ऐसी भी इसकी मान्यता है |
भवानी शंकर तोप
गणेश मन्दिर के पास से जो सीढियां ऊपर गई है जब आप वहां जाओगे तो आपको एक और तोप दिखाई देगी जिसका नाम भवानी शंकर तोप है |
बारादरी
गणेश मन्दिर के समीप ही स्थित है बारादरी जिसका निर्माण राजा गंगाधर राव ने अपने भाई के लिये सन 1838 से 1858 के मध्य करवाया था , यह बारादरी एक चौकोर से चबूतरे पर बनाई गई है इस बारादरी की छत को एक छोटे से जलाशय के रूप में बनवाया था जिससे बारादरी में फौव्वारे चलते थे |
शिव मन्दिर
किले के अन्दर बना हुआ शिव मंदिर अत्यधिक सुन्दर है इस मंदिर का शिवलिंग ग्रेफाइट का है कहा जाता है इस शिव मंदिर में भी रानी पूजा करने आती थी इस मंदिर की स्थापत्य शैली मराठा और बुन्देला है |
कुदान स्थल
यह वही जगह है जहाँ से रानी लक्ष्मीबाई ने अपने दत्तक पुत्र के साथ घोड़े पर बैठकर छलांग लगाई थी यहाँ से जब आप नीचे देखोगे तो एक बार आश्चर्यचकित हो जाओगे की इतनी उंचाई से आखिर कैसे कूद गई थी रानी लेकिन यह एकदम सत्य है निसंदेह रानी लक्ष्मीबाई एक वीर निडर महिला थी |
झंडा बुर्ज
झंडा बुर्ज झांसी का किला का सबसे ऊँचा स्थल है यहाँ पर तिरंगा लहराता रहता है यहाँ से आपको पूरा झांसी शहर दिखाई देता है |
ये हमने आपको झांसी के किले के खास खास पर्यटन स्थल के नाम बताये है इनके अलावा आप शंकरगढ़ , दीवान ए आम , काल कोठरी , फांसी घर , आमोद उद्यान , गौस खां की कब्र मोती बाई की कब्र , खुदा बक्श की कब्र भी देख सकते है |
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यहाँ घूमने कब किस मौसम में जाये
देखिये झांसी का किला उत्तर प्रदेश में है तो यहाँ गर्मी के दिनों में अत्यधिक गर्मी पड़ती है तो यदि आपको गर्मी से तकलीफ होती है तो आप यहाँ गर्मी में आने से बचे वैसे जाने को आप यहाँ हर मौसम हर महीने में जा सकते है लेकिन मेरे हिसाब से किला देखने का सबसे बढ़िया टाइम ठंडी का है आप अक्टूबर से मार्च के मध्य यहाँ आये तो ज्यादा आनंद उठा सकेंगे |
झाँसी के किले में होने वाला लाइट एंड साउंड शो
इस किले में शाम को एक लाइट एंड साउंड शो आयोजित होता है जिसमे आपको रानी के जीवन के बारे बताया जाता है और 1857 के स्वंत्रतता संग्राम के बारे में बताया जाता है यह शो बहुत ही भव्य होता है इसमें तीन दीवारों को मिलकर एक स्क्रीन की तरह दिखाते है यहाँ आपको ऐसा लगता है जैसे सब आपके सामने हो रहा हो यह शो लगभग आधे घंटे का होता है इस शो का टिकट 250 रूपये का है और टाइमिंग शाम की है |
अन्य काम की जानकारियां
- किले के अन्दर पीने के पानी वाशरूम इत्यादि की व्यवस्था है |
- आप झांसी का किला घूमने आये तो कम से कम 2-3 घंटे लेकर आये |
- अगर आप गर्मियों में किला घूमने आ रहे है तो कृपया कोशिश करे की सुबह ही आ जाये |
- किले के अन्दर रात में होने वाला साउंड एंड लाइट शो अवश्य देखे |
- अगर इतिहास में रूचि है तो आप गाइड कर ले |
- रानी लक्ष्मीबाई का किला यूनेस्को की धरोहर लिस्ट में शामिल है |
- इस किले के बाहर आपको स्ट्रीट फ़ूड मिल जायेंगे आप स्वाद जरुर ले |
- इस किले को दीवारे लगभग 20 फीट मोटी है |
- यह किला जिस पहाड़ी पर बना है उसका नाम बंगारा है |
रानी लक्ष्मीबाई के किले के आसपास घूमने वाली जगहे
देखिये वैसे तो आप मेरी झांसी घूमने से जुड़ी समस्त जानकारी इस पोस्ट में झांसी से जुडी समस्त जानकारी पा जायेंगे लेकिन फिर भी मै यहाँ पर आपको झांसी के किले के पास के कुछ खास खास पर्यटन स्थल बताये देता हु –
रानी लक्ष्मबाई पार्क
मैथिली शरण गुप्त पार्क
पुरातत्व संग्रहालय
डॉ वृन्दावन लाल वर्मा पार्क
रानी महल
झांसी की रानी का किला घूमने से सम्बन्धित प्रश्न
झांसी की रानी का किला उत्तर प्रदेश राज्य के झांसी जिले में है |
लगभग 3 किलोमीटर होगा |
रानी लक्ष्मीबाई के किले का निर्माण ओरछा के राजा बीर सिंह जूदेव ने सन १६१३ में करवाया था |
क्यूंकि यह किला 1857 की क्रांति में लाफि सक्रिय था और वीरांगना लक्ष्मीबाई के लिये यह प्रसिद्ध है |
यह किला प्रत्येक दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पर्यटकों के लिये खुला रहता है |
झांसी फोर्ट घूमने के लिये 15 साल से छोटे बच्चो के लिये निशुल्क है वयस्कों के लिये 25 रूपये प्रति वयस्क टिकट है |
कड़क बिजली तोप झांसी की रानी के किले में है |
सर्दियों का |
इत्मीनान से घूमने के लिये कम से कम 2 घंटे |
तो दोस्तों यह थी एक पोस्ट जिसमे हमने आपको झांसी का किला घूमने से सम्बंधित बहुत सी जानकारियां दी हमारे देश के इतिहास में महारानी लक्ष्मीबाई का योगदान अतुलनीय है इसीलिये इस किले का महत्त्व बढ़ जाता है आप भी यदि इस किले के बारे में कोई अन्य जानकारी बताना चाहे तो कमेन्ट करके अवश्य बताये |